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गर्लफ्रेन्ड को पटाने से ज़्यादा ज़रूरी है उसकी सहेलियों को पटाना! अब सीख भी लो!

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गर्लफ्रेन्ड मिल गयी, डेट पर भी जाते हो, मस्ती भी होती है लेकिन, यह सब एक ही झटके में फुस्स हो जाएगा!

क्यों?

अरे यार, अगर अपनी गर्लफ्रेन्ड की सहेलियों को नहीं पटा पाये ना, तो किस दिन तुम्हारी गर्लफ्रेन्ड तुम्हें छोड़ देगी या कब तुम्हें अपनी उँगलियों पर नचाना शुरू कर देगी, पता ही नहीं चलेगा! और इसके पीछे होंगी उसकी पक्की सहेलियाँ!

जी हाँ, लड़कियों की आपस की दोस्ती बहुत ही मज़बूत होती है और हर लड़की अपने बॉयफ्रेंड के बारे में अपनी सहेलियों की राय ज़रूर लेती है| अगर चाहते हो की गर्लफ्रेन्ड की दोस्त भी तुम्हें अप्प्रूव करें, तो कुछ जुगत बिठानी होगी|

आओ बताऊँ कुछ आसान तरीके इस कठिन समस्या को सुलझाने के!

1) सबसे दोस्ती

गर्लफ्रेन्ड की दोस्तों को अपनी दोस्त भी बना लो ताकि उसे ये ना सोचना पड़े की वक़्त तुम्हारे साथ गुज़ारे या अपनी सहेलियों के साथ! उसका जीवन आसान हुआ तो समझ लो तुम्हारा भी हो जाएगा!

2) उनमें दिलचस्पी लो

जब दोस्त बना ही लिया तो उनमें दिलचस्पी भी लो, उन्हें जानो भी लेकिन एक दोस्त की तरह और ध्यान रहे, अपनी गर्लफ्रेन्ड को जेलस किये बिना! कहीं ऐसा ना लगे कि तुम उसकी सहेलियों को ज़रुरत से ज़्यादा भाव दे रहे हो!

3) तुम ही सही हो

यह बात तुम्हें उसकी सहेलियों को बतानी भी पड़ेगी और समझानी भी कि तुम उसके लिए सही बॉयफ्रेंड हो और तुम्हें सच में उसका ख़याल है| जब उसकी सहेलियों के साथ हो तो अपनी गर्लफ्रेन्ड का हाथ पकड़ो, उसका ध्यान रखो, हर वो छोटा-छोटा काम करो जो तुम वैसे भी करते हो, बस यह नहीं लगना चाहिए कि दिखावा कर रहे हो!

4) दिल बड़ा रखो

इसका यह मतलब नहीं है कि सबसे प्यार करते फिरो पर ज़रा खुले दिल से गर्लफ्रेन्ड की सहेलियों का ध्यान रखो| कहीं रेस्टोरेंट में जाओ तो उनके लिए दरवाज़ा खोलो, उनकी पसंद-नापसंद का ख़याल रखो, बिल भरो! यह जो कभी-कभार थोड़ा अलग से उनके लिए कुछ करना पड़ेगा ना, यह बहुत दूर तक जाएगा और काम आएगा!

5) दोस्तों को मिलने दो

तुम्हारा मन करता है ना कभी-कभी सिर्फ़ अपने लड़के दोस्तों के साथ वक़्त बिताने का? बस वैसे ही तुम्हारी गर्लफ्रेन्ड भी चाहती है कुछ वक़्त अपनी सहेलियों के साथ बिताये! उसे ऐसा करने दो, उसकी सहेलियाँ तुम्हें और भी इज़्ज़त देंगी कि तुमने उनकी पक्की सहेली को उनसे चुरा नहीं लिया!

6) नहीं पसंद तो बोल दो

अगर तुम्हें अपनी गर्लफ्रेन्ड की कोई दोस्त पसंद नहीं है तो अलग से अपनी गर्लफ्रेन्ड को बोल दो और ज़्यादा मिलने-जुलने की कोशिश मत करो क्योंकि ज़बरदस्ती से कोई काम नहीं बनता| इस तरह अपनी गर्लफ्रेन्ड की इज़्ज़त भी पाओगे और उसकी सहेली के विचारों से भी दूर रहोगे!

यह कुछ बातें हैं जिनपर अमल करके मोहब्बत की राहें थोड़ी आसान हो जाएँगी! बाकी तो यारों हर किसी का इश्क़ अलग ही होता है, उसकी मुसीबतें भी अलग और हल भी!

बस लगे रहो!