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सेलिब्रिटी से कम नहीं है ये लेडी कॉन्स्टेबल, FB पर हैं लाखों फॉलोअर्स!

स्मिता तांडी

आज हम जिस सेलिब्रिटी की बात कर रहे हैं, वो है पुलिस की नौकरी करने वाली आरक्षक व रक्षा टीम की स्मिता तांडी, जिसने अपने कार्य कौशल से छत्तीसगढ़ का नाम ऊंचा किया है.

स्मिता के अच्छे कार्यों की बदौलत महिला दिवस के शुभ अवसर पर 8 मार्च को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति के द्वारा सम्मानित किया जाने वाला है. स्मिता को यह सम्मान समाज कल्याण विभाग की ओर से दिया जाने वाला है.

दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी कि छत्तीसगढ़ की लेडी कॉन्स्टेबल स्मिता तांडी जब फिल्ड पर जाया करती है तो उनके आसपास के लोग उन्हें घेर लेते हैं. और सेलिब्रिटी की तरह उनके साथ फोटो खिंचवाने को उतावले हो जाते हैं . स्मिता ने सिर्फ डेढ़ साल में facebook पर 7 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स बना लिए हैं.

स्मिता तांडी

स्मिता तांडी छत्तीसगढ़ की सेलिब्रिटी बन गई है.

उनके फैन फॉलोअर्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है.

छत्तीसगढ़ की इस महिला कॉन्स्टेबल के पिता भी पुलिस में ही नौकरी करते थे. लेकिन एक बार वह काफी बीमार पड़ गए. गरीबी के कारण सही समय पर उनका इलाज नहीं हो पाया, जिस कारण उनकी मृत्यु हो गई. अपने पिता की मौत से स्मिता ने सबक लेते हुए अभाव ग्रस्त लोगों की मदद करनी शुरू कर दी और वो अपने इस मिशन में पूरे तन – मन से जुट गई.

लोगों की मदद के लिए बनाया था अकाउंट

दूसरों की मदद करने की खातिर पिछले साल मार्च में स्मिता ने फेसबुक पर अकाउंट बनाया.

साल 2013 में जब स्मिता अपने ट्रेनिंग में थी तभी घर पर उनके पिता की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी.

इन दिनों स्मिता के पास पिता का इलाज कराने के लिए पैसे की काफी कमी थी. इस कारण उनके पिता की मृत्यु हो गई. पैसे की कमी के कारण पिता की मृत्यु ने स्मिता को झकझोर कर रख दिया. उसे इस बात का एहसास हुआ कि ना जाने इस देश में हजारों ऐसे लोग होंगे जो पैसों की कमी के कारण अपनी जान गंवा देते होंगे.

गरीबों की मदद के लिए बनाया ग्रुप

साल 2014 में सुनीता ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर गरीबों की मदद की खातिर एक ग्रुप तैयार किया. इस ग्रुप के जरिए स्मिता और उसके दोस्तों ने मिलकर पैसे इकट्ठा करने शुरू कर दिए.

स्मिता और उनके दोस्त मिलकर जरुरतमंदों की मदद करने लगे. इसके बाद उन्होंने facebook पर एक अकाउंट बनाया.

शुरुआती दौर में लोग उनके द्वारा किए गए पोस्ट को नजरअंदाज कर देते थे. लेकिन उन्होंने पोस्ट करना बंद नहीं किया और लगभग एक महीने बाद लोगों से उन्हें अच्छा रिस्पांस भी मिलने लगा.

जल्द हीं स्मिता बन गई सेलिब्रिटी

अपने अच्छे कार्यों की बदौलत कॉन्स्टेबल स्मिता तांडी जल्द ही मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोकप्रिय हो गईं. बता दें कि सिर्फ 24 साल की स्मिता ने 2011 में छत्तीसगढ़ पुलिस की नौकरी ज्वाइन की थी.

सीनियर्स मानते हैं लोहा

आप इनकी facebook प्रोफाइल पर अनेकों कहानियां पढ़ सकते हैं जिनकी स्मिता ने मदद की और जिन्हें मदद करने की कोशिश की.
उनकी पब्लिसिटी से अफसर ग्रेड के लोग काफी प्रभावित हुए और उन्हें भिलाई में महिला हेल्पलाइन के सोशल मीडिया सेल में रख लिया.

दोस्तों इसमें तो कोई दो राय नहीं कि अच्छे कर्मों का फल अच्छा होता है.

इसकी जीती जागती उदाहरण के रुप में हमारे सामने है महिला कांस्टेबल स्मिता तांडी.