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मोदी जी कश्मीर में ये कैट पुलिस बना दो फिर देखना आतंकियों का क्या होगा

एक बार पंजाब की तरह जम्मू कश्मीर में भी कैट पुलिस बना दी जाए तो और फिर देखना उसके बाद आतंकवादी सीधे हूरों के पास मिलेंगे या फिर पाकिस्तान में अपने आकाओं की गोद में.

भारत और कश्मीर में कदम रखने से पहले ये आतंकी कईबार सोचेंगे.

कुछ लोग ये सोच रहे होंगे कि ये कैट पुलिस क्या है, कैसी दिखती है और इससे आतंकी क्यों डरेंगे?

जैसे बिल्ली को देखकर चूहें बिलों से बाहर नहीं आते या उसकी गंध से ही इलाका छोड़कर भाग जाते हैं उसी प्रकार आतंकवादी भी कैट पुलिस से डरकर इलाका छोड़कर भाग जाते हैं.

हम आपको बता दे ये राज्य या केंद्र की कोई आधिकारिक पुलिस या अलग से कोई पुलिस नहीं होती है. कैट पुलिस में जो लोग होते हैं वे भी कोई बाहर से नहीं आते हैं बल्कि राज्य की पुलिस में से लोगों को छांटा जाता है कैट पुलिस बनने के लिए.

कैट पुलिस का गठन सबसे पहले पंजाब में किया गया था.

जैसे पाकिस्तान के भाड़े के आतंकवादी इस वक्त कश्मीर घाटी में उन पुलिस वालों को निशाना बना कर हमला कर रहे हैं जो उनके नापाक मंसूबों को पूरा करने में आडे़ आ रहे हैं.  जिस वक्त पंजाब में आतंकवाद अपने चरम पर था तो वहां भी आतंकवादी पुलिस और उनके परिजनों को निशाना बना रहे थे.

उस दौर में केपीएस गिल को पंजाब पुलिस का डीजीपी बनाकर भेजा गया.

गिल  ने देखा कि आतंकियों के डर से पंजाब पुलिस के जवान नौकरी छोड़कर भाग रहे थे. नए युवकों ने पुलिस भर्ती में भाग लेना बंद कर दिया था. इसका जवाब देने के लिए केपीएस गिल ने पंजाब में एक कैट पुलिस तैयार की. इसमें पुलिस के अलावा उन लोगों को भी शामिल किया जिनके परिजनों को आतंकवादियों ने मार दिया था.

इसमें शामिल सभी लागों के नाम और पहचान गोपनीय रखी जाती थी. इनका काम था मुखबिरों के जरिए आतंकियों को मोटी रकम देकर उन्हें अपने पाले में तोड़ना और उनकों अपना टारगेट पूरा करने बाद राज्य से बाहर सुरक्षित निकाल कर भारत या विदेश में उनकी मनपंसद सेफ जगह पर बसा देना.

इसके बाद पंजाब में जो आतंकवादियों के मरने का सिलसिला शुरू हुआ. उसने अलगाववादियों के हाथ में जाती बाजी को ही पलट दिया. पहले पुलिस वाले नौकरी छोड़ कर भाग रहे थे. इसके बाद आतंकवादी पंजाब छोड़कर भगाने लगे.

पंजाब की इस कैट पुलिस ने तमिलनाडू से लेकर गोवा, मुंबई तक उनका पीछाकर खत्म कर दिया.

ये पुलिस आतंकवादियों से और अपने खबरियों से आतंकी ठिकानों का पता मिलते ही रात में उन पर उसी प्रकार घात लगाकर हमला कर करती थी, जिस प्रकार बिल्ली रात में अपने शिकार पर हमला करती है.

पंजाब में कैट पुलिस ने आतंकवाद की कमर तोड़ दी.

आज पंजाब में जो अमन और शांति है उसके पीछे पंजाब पुलिस के डीजीपी रहे केपीएस गिल और उनकी कैट पुलिस का बहुत बड़ा योगदान है.

इसलिए अब जरूरत है कि कश्मीर में भी इस प्रकार कीपुलिस का गठन कर वहां आतंकियों के खिलाफ आक्रमक कार्रवाई की जाए.

Vivek Tyagi

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