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जानिए केजरीवाल क्यों बनाना चाहते हैं स्पाई एजेंसी के मालिक

स्पाई एजेंसी

अक्सर चर्चाओं में रहने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर विवादों में हैं.

इस बार उनके ऊपर आरोप है कि वे दिल्ली में एक स्पाई एजेंसी बनाने की कोशिश में थे और इसको लेकर उन्होंने एक प्रस्ताव भी तैयार किया था.

अरविंद केजरीवाल पर यह आरोप लगाया है दिल्ली के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने.

लेकिन इन सब के बीच सबसे बड़ा सवाल यह है कि यदि मुख्यमंत्री राज्य में इस प्रकार का कोई स्पाई एजेंसी बनाना चाह रहे थे तो इसके पीछे उनकी मंशा क्या है. इस स्पाई एजेंसी के जरिए वे किसकी जासूसी करना चाहते हैं. दरअसल, जिस प्रकार विपक्ष ने आरोप लगाकर दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से इस पूरे मामले की जांच कराने की बात कही है. उसको देखते हुए लगता है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के निशाने पर कहीं विरोधी दल के नेता तो नहीं थे.

वहीं इसको लेकर यहां तक चर्चा है कि यदि अरविंद केजरीवाल की स्पाई एजेंसी की योजना कामयाब हो जाती तो इसके जरिए वे अपने विरोधियों की न केवल राजनीतिक आर्थिक सौदेबाजी और व्यवसायिक गतिविधियों की जांच कराते बल्कि अपने ऊपर आरोप लगाने वाले नेताओं की बोलती भी बंद करा देते.

दरअसल, राजधानी दिल्ली में पुलिस और एंटी करप्शन ब्यूरों जैसे संगठन हैं. उनमें मुख्यमंत्री के हाथों में कोई पावर नहीं है. और केजरीवाल शुरू से इन दोनों को अपने नियंत्रण में लेने के लिए प्रयास करते रहे हैं. लेकिन राजधानी का जो सवैंधानिक ढ़ाचा है उसमें यह संभव नहीं है. यह बात दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविदं केजरीवाल भी भलिंभांति समझ रहे हैं. इसलिए केजरीवाल ने इसकी काट के लिए एक समानांनतर खुफियां एजेंसी बनाने का विचार किया था.

वहीं कुछ लोगों का आरोप है कि स्पाई एजेंसी बनाने के पीछे केजरीवाल का एक अन्य मकसद अपने विधायको और पार्टी नेताओं पर निगरानी भी रहा होगा. क्योंकि जिस प्रकार उनके एक के बाद एक कई विधायक गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाए गए और उनको जेल जाना पड़ा उसको देखते हुए वह चाह रहे हो कि इस एजेंसी के जरिए वे ये पता लगा सकते हैं कि कौन विधायक और मंत्री क्या कर रहा है.

बहराल, मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इसको लेकर केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उनका आरोप है कि जब राजधानी में दिल्ली पुलिस और अन्य सरकारी गुप्तचर संगठन पहले से मौजूद है तो दिल्ली के मुख्यमंत्री एक नई गुप्तचर संगठन क्यों बनाना चाहते हैं. उनको लगता है कि इसके पीछे उनका कोई खास राजनैति द्वेश छिपा है जिसे वे इसके जरिए पूरा करना चाहते हैं.