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JNU रिजल्ट के बाद लेफ्ट ने बनाया दबदबा

दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव के नतीजे के ऐलान के कुछ घंटों बाद ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और वाम समर्थित ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन के सदस्यों के बीच बड़ी झड़प हो गई।

इसके बाद दोनों ही संगठनों के सदस्यों ने एक-दूसरे पर हमला करने का आरोप लगाया है। तो वहीं इस तरह से ABVP के सदस्यों द्वारा गुट बनाकर हमला करने को सोशल मीडिया पर उनकी हार की बौखलाहट के तौर पर ट्रोल किया जा रहा है।

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव में वामपंथी छात्र संगठनों एआईएसएफ और एआईएसए के संयुक्त मोर्चा ने केंद्रीय पैनल के सभी 4 पदों पर जीत दर्ज की है। बता दें कि चुनाव समिति के मुताबिक कुल 5185 मतों की गणना के बाद लेफ्ट के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार साईं बालाजी ने 1169 मतों से जीत दर्ज की हैं, तो वहीं दूसरी और उपाध्यक्ष महासचिव और संयुक्त महासचिव के अन्य केंद्रीय पैनल पदों पर भी लेफ्ट के ही उम्मीदवारों ने अपनी जीत का परचम लहराया है। उपाध्यक्ष पद के लिए लेफ्ट की सारिका चौधरी 1189 वोटों से जीती है, वहीं दूसरी ओर जनरल सेक्रेटरी के लिए लेफ्ट के एजाज अहमद 1193 वोटों से जीते हैं। इसके अलावा अन्य पदों पर जीत की बात की जाए तो जॉइंट सेक्रेटरी के लिए लेफ्ट यूनिटी के ए. जयदीप ने 797 वोटों के साथ अपनी जीत दर्ज की है।

चुनाव की शुरुआत से लेकर चुनाव के अंत तक तमाशा

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के चुनाव के साथ ही पूरे JNU में तमाशा शुरू हो गया था। किसी तरह वोट देने की पक्रीया खत्म हुई तो, एबीवीपी ने मतगणना शुरू होने की परिक्रिया की जानकारी नहीं होने के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया। जिसके चलते मतगणना को 16 घंटों के लिए रोक दिया गया। माहौल शांत हुआ और 16 घंटे बाद एक बार फिर से JNU छात्रसंघ चुनाव की मतगणना शुरू की गई जिसमें लेफ्ट में एबीवीपी को करारी हार दी।

जेएनयू छात्रसंघ चुनावों में अब शुरू हो गई है सोशल राजनीति

जेएनयू छात्र संघ में करारी हार को देखकर ABVP अब हिंसा पर उतर आई है। और इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार तंजकसी भी शुरू हो गई है। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र रहे “कन्हैया कुमार” ने इस लड़ाई को लेकर सोशल मीडिया पर ट्वीट कर कहा है कि “ABVP छात्र संघ चुनाव में अपनी हार से बौखला गई है, इसलिए अब हिंसा पर उतर आई है छात्रों पर हमले करके चुनाव रोकने की कोशिश नाकाम होने के बाद उसकी कुंठा और बढ़ गई है।बाहर से गुंडों को बुलाकर JNUको डराने की कोशिश की जा रही है। लेकिन JNU की एकजुटता के सामने हिंसा की जीत कभी नहीं होगी…. #StandWithJNU”

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र संघ चुनाव में जहां एक लेफ्ट ने जीत दर्ज की है, वहीं दूसरी ओर अब यह मामला लगातार गर्माता जा रहा है। बीते रविवार दोनों पक्षों के बीच पहले बहस हुई और फिर हाथापाई हुई। इसके बाद दोनों पक्षों ने मामला दर्ज करते हुए एक दूसरे पर हमला करने का आरोप लगाया है। राजनीति में वार प्रतिवार की झलक अक्सर देखने को मिलती है, लेकिन ये हमला कहीं लेफ्ट की जीत का दबदबा तो नहीं इस बात का खुलासा जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के आने वाले वक्त में ही होगा।