इतिहास

तस्वीरों में देखें जलियांवाला बाग हत्याकांड की अनदेखी तस्वीरें ! ये ना देखा तो क्या देखा !

जलियांवाला बाग हत्याकांड का नाम सुनते ही हर भारतीय के दिमाग में एक त्रासदी घुमने लगती है लेकिन आज के दौर का कोई भी व्यक्ति उस दर्द को महसूस नहीं कर सकता है.

यह दर्द उन्हीं से पूछा जा सकता था जो आज जिन्दा नहीं हैं. आप आँखें बंदकर सोचिये कि आप हजारों लोगों के साथ एक मैदान में बैठे हैं और पुलिस आपके ऊपर गोलियां चलाने लगती है.

आपके पास भागने की जगह नहीं है और तब आप क्या करेंगे?

असल में विश्व के इतिहास में जलियांवाला बाग हत्याकांड जैसी दर्दनाक घटनाएँ बहुत कम हैं.

आज हम आपको जलियांवाला बाग हत्याकांड की कुछ तस्वीरें दिखाने वाले हैं जिनको देख आपकी आँखें रोने पर मजबूर हो जाएँगी-

1. जलियांवाला बाग हत्याकांड के इस स्थल पर जब आप जायेंगे तो आप यहाँ दीवार पर गोलियों के निशान देख समझ जाओगे कि अंग्रेज किस तरह से गोलियां चला रहे थे.

2. यह वह कुआँ है जिसमें गोलियों से बचने के लिए लोग कूद रहे थे. लोगों को लग रहा था कि अगर हम गोली से बच जायेंगे तो बाद में हमारे अपने आकर पानी के अन्दर से हमको बाहर निकाल लेंगे.

3. यह बात सन 1919 की है जब जलियांवाला बाग में लोग, अंग्रेजों का विरोध करने और साथ ही कुछ लोग वैशाखी का पर्व मनाने यहाँ आये हुए थे. जनरल डायर अपनी सेना के साथ आता है और लोगों पर गोलियां चलाना शुरू कर देता है.

4. सच तो यह है कि जलियांवाला बाग हत्याकांड में अंग्रेजों ने कुछ 1000 लोगों को मार गिराया था और कुछ 2000 लोग इसमें घायल हुए थे. अंग्रेजी आंकड़ा बताता है कि इसमें बस कुछ 350 लोग ही मारे गये थे.

5. जनरल डायर जानता था कि यहाँ से भागने के रास्तों पर पुलिस है और अगर इन लोगों पर गोलियां चलाई गयी तो यहाँ किसी का बचना मुमकिन नहीं होगा. लेकिन फिर भी निहत्थे लोगों पर गोलियां चलाई गयी थीं.

6. यह तस्वीर जलियांवाला बाग हत्याकांड के जुडी हुई है किन्तु यह पहले की तस्वीर है या हत्याकांड के बाद अफ़सोस कर रहे लोगों की है, यह कोई नहीं जानता है.

7. जनरल डायर को इस घटना का कोई दुःख नहीं था. उसके अनुसार इसने जो किया था वह सही किया था. यह बात बताती है कि अंग्रेज किस मानसिकता के लोग थे.

8. मासूम भारतीय इन ऊँची दीवारों से कूदकर भागना चाह रहे थे और अंग्रेज गोलियों से इनको मार रहे थे. मौत का यह एक आसान खेल था.

9. कई तस्वीर के लिए शब्दों की जरूरत नहीं होती है. जैसे इस तस्वीर को शब्द नहीं बस भावनाओं के दम पर समझा जा सकता है.

10. आप यदि जीवन में एक बार जलियांवाला बाग नहीं गये हैं तो असल में आप भारतीय नहीं हैं. जीवन में एक बार हर भारतीय को यहाँ जरूर जाना चाहिए.

तो इस प्रकार के आप इन तस्वीरों को देखकर भी जलियांवाला बाग हत्याकांड के दर्द को महसूस कर सकते हैं. अंग्रेज किस तरह से भारतियों पर अत्याचार कर रहे थे, यह घटना इसका एक उदाहरण है.

Chandra Kant S

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Chandra Kant S

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