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कार में बैठी महिला से भीख मांगने पहुंचे बच्चे ने देखा कुछ ऐसा कि उस महिला को दे दी अपनी सारी कमाई !

इंसानियत की मिसाल

इंसानियत की मिसाल – क्या आप सोच सकते हैं कि कोई भीख मांगने वाला एक बालक कार में बैठी महिला को अपनी सारी कमाई दे सकता है ?

नहीं ना, लेकिन ये सच है. ये हकीकत है केन्या की.

केनया की सड़कों पर भीख मांगकर अपना गुजर बसर करने वाला एक बालक आजकल काफी प्रसिद्धि हासिल कर रहा है. बच्चे का दिल इतना बड़ा है कि बड़े-बड़े दौलतमंद भी इसके सामने कुछ नहीं.

तो चलिए जानते हैं क्या है पूरी कहानी इंसानियत की मिसाल की.

ये बात कुछ महीने पहले की है जब केन्या की सड़कों पर भीख मांगने वाला एक लड़का भीख मांगने के लिए ट्रैफिक सिंगनल पर रुकी एक कार के पास पहुंचता है तो उस कार में ड्राइवर सीट के बगल में एक महिला बैठी हुई दिखती है. वो उस महिला से भीख मांगने के लिए हाथ बढ़ाने वाला होता है की उसकी नजरें महिला की बदहाली पर पड़ती है, भीख मांगने के लिए बढ़ने वाले उसके हाथ रुक जाते हैं और आंखों से आंसू निकलने लगते हैं.

उस लड़के की ये दिल को छू लेने वाली तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होती जा रही है.

दरअसल जब वो बच्चा कार में बैठी उस महिला से भीख मांगने गया तो उसकी नजरें महिला के चेहरे पर लगे ऑक्सीजन मास्क पर गई और शरीर में लगे अन्य कई तरह के उपकरण देखकर वो लड़का भावुक हो गया. उस महिला की हालत पर उसे इतना तरस आया कि वो अपने आप पर नियंत्रण नहीं रख पाया. उसके आंसू बहने लगे लड़का रोने लगा. उस लड़के का नाम जॉन थुओ हो और कार में बैठी महिला का नाम ग्लैडिस कमेंडे है.

सड़कों पर भीख मांग कर पेट पालना और सड़कों पर ही अपनी जिंदगी गुजार देना कितना मुश्किल है. लेकिन उस समय जॉन को लगा कि महिला की हालत तो उससे कहीं ज्यादा बदतर है और वो फूट-फूट कर रोने लगा. इतना ही नहीं उसने ईश्वर को याद कर महिला के स्वास्थ्य की कामना भी की.

ये दृश्य देखकर आसपास के लोग भी भावुक हो गए थे. वहां मौजूद लोगों ने इस यादगार लम्हे को अपने कैमरे में कैद किया.

इंसानियत की मिसाल

ये सब होने के बाद उस महिला ने वहां के स्थानीय मीडिया से बात करते हुए अपने स्वास्थ्य के बारे में बताया कि वो काफी समय से बीमार है जिसके लिए उसे ऑपरेशन कराने की जरूरत है. उसके पास इतने पैसे नहीं कि वो अपना इलाज करवा सके. पहले भी उसके कई ऑपरेशन हो चुके हैं और पहले के ऑपरेशन में उसकी आंखें जा चुकी है. अब पैसे की किल्लत है और इलाज कराना भी जरूरी है. इसके लिए महिला के दोस्त ने उसे एक कार में बिठाकर बाहर ले जाकर लोगों से पैसा इकट्ठा करने का मन बनाया. लेकिन रास्ते में ही सड़कों पर भीख मांगने वाला जॉन उस महिला को मिला.

इंसानियत की मिसाल

महिला ने बताया कि ‘वो लड़का इतना भावुक हो गया था कि मेरी हालत पर रोने लगा. उसने अपनी सारी कमाई भी मुझे दे दी.’

इंसानियत की मिसाल

आज के समय में जब भाई, भाई का दुश्मन बना बैठा है. मां बाप को देखने के लिए बच्चे उनके पास मौजूद नहीं होते. लड़कियों का बाहर निकलना सेफ नहीं लगता ऐसा लगता है जैसे इस कलयुग में इंसानियत नाम की कोई चीज ही नहीं रह गई. लेकिन ये इंसानियत की मिसाल थी.

हर इंसान जानवर बन बैठा है. लेकिन इसी बीच जब इस तरह के इंसानियत की मिसाल लोगों के सामने पेश होता है तब लगता है कि नहीं आज भी इंसानियत जिंदा है.