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देखिए 50 साल के अंदर कितना बदल गया है इंसान

तरक्‍की

धरती पर इंसान के अस्तित्‍व को कई साल बीत गए हैं और इस दौरान मनुष्‍य ने बहुत तरक्‍की भी कर ली है।

हर मायने में पहले से इंसान बेहतर होता जा रहा है और आगे बढ़ रहा है। अगर आप भी पिछले 50 सालो के मानव इतिहास पर नज़र डालें तो आपको पता चलेगा कि इंसान में कितना बदलाव आया है और उसने कितना विकास कर लिया है।

तो एक नज़र डालते हैं मनुष्‍य के जीवन के पिछले 50 सालों पर…

शहरीकरण का विकास

पहले के मुकाबले अब शहरों का विकास बहुत ज्‍यादा हो चुका है। अब आप शहरीकरण को साफ तौर पर देख सकते हैं। पहले शहरों और गांवों में इतनी सुविधा नहीं थीं जितनी आज हैं। वर्तमान में शहर कई एयरोस्‍पेस, रसायन और अन्‍य विनिर्माण कंपनियों का घर बन चुका है।

कृत्रिम द्वीप

समुद्र तटों पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर देश की सरकार ने कृत्रित द्वीपों की एक बड़ी संख्‍या बनाई है और इसमें दुबई सबसे आगे है। सबसे मशहूर द्वीप हथेली के पेड़ की तरह आकार के होते हैं। अगर आप सैटलाइट से दुबई शहर को देखें तो आपको पता चलेगा कि इस शहर ने इंसान के साथ-साथ कितनी तरक्‍की कर ली है। बंजर रेगिस्‍तान को सिंचित भूमि और सड़कों द्वारा प्रतिस्‍थापित किया गया है।

प्रौद्योगिकी का विकास

पिछले 50 सालों में विज्ञान और नवाचार प्रगति को चिह्नित किया गया है। बहुत समय पहले हमारे पास मोबाइल फोन की सुविधा नहीं हुआ करती थी और अगर होती भी थी तो उसकी कीमत बहुत ज्‍यादा थी। इसके अलावा पहले के लोगों ने कभी ड्राइविंग कार की कल्‍पना भी नहीं की होगी। ऐसे में इंटरनेट तो दूर की बात है। दुनियाभर में आज लगभग 3.5 अरब लोग लगातार इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं।

संचार में तरक्‍की

अब दुनियाभर में लगभग 3 अरब सोशल नेटवर्क उपयोगकर्ता हैं। सोशल मीडिया इंटरनेट के सबसे प्रभावी अनुप्रयोगों में से एक है। अब संचार बहुत सस्‍ता और आसान हो गया है और अब दूरी का भी इसे कोई फर्क नहीं पड़ता है। तकरीबन 20 साल पहले मौखिक संचार नाटकीय रूप से घट गया है जब लोग आमने-सामने बैठकर बातचीत करते थे।

फैशन में बदलाव

पहले के ज़माने में कपड़ों की शैलियां सांस्‍कृतिक पहचान के सबसे स्‍पष्‍ट संकेतकों में से एक थीं। पिछले कई सालों में लोगों के कपड़े पहनने के तरीके में बहुत बदलाव आया है। वैश्‍वीकरण के तेजी से बढ़ने से वैश्विक संस्‍कृतियों में फैल गया और अर्थव्‍यवस्‍था, संस्‍कृति और दैनिक जीवन में दर्पण में बदलाव आया है।

इस तरह आप भी जान सकते हैं कि पहले से लेकर अब तक मानव इतिहास में कितना बदलाव आ चुका है और इंसान ने अपनी मेहनत, काबिलियत और ज्ञान से कितनी तरक्‍की कर ली है।

पहले फोन नहीं था, इंटरनेट नहीं था और लोगों से बात करने के लिए तार या पत्र भेजने पड़ते थे जिसमें कई-कई दिन निकल जाते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है। अब तो मिनटों में आप अपनी बात कोसों दूर बैठे अपने परिजन से कह सकते हैं। यही मानव की तरक्‍की का प्रमाण है जिसे झुठलाया नहीं जा सकता है।