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एक हुक्के ने लगा दी ऐसी आग कि मर गए कईं लोग !

शहरी इलाकों में जवा दिल एक दूसरे के साथ मस्ती करने के लिए पबों और क्लबों में जाते हैं.

वहां जाकर वो संगीत पर थिरकते हैं और खूब एन्जॉय करते हैं. आजकल जो चीज़ बहुत ज्यादा चलन में है वो है हुक्का. जी हाँ, पहले हुक्का पार्लर में ही हुक्का मिला करता था, लेकिन इसकी चाह ने बड़े बड़े पब और रेस्टोरेंट को भी इसे शामिल करने के लिए मजबूर कर दिया. अब इसे वो लोग रखते हैं और यंग जनरेशन इसका आनंद लेती है.

आनंद लेने के चक्कर में ही मुंबई में कुछ दिनों पहले आग लग गई और कई लोग अपनी जान गवां बैठे. लोगों को पता भी नहीं था और वो अपन पार्टनर के साथ नए साल के जश्न में डूबे हुए थे. तभी हुक्के ने ऐसा कोहराम मचाया कि सबकुछ पल भर में जलकर ख़ाक हो गया. मुंबई के  कमला मिल हादसे पर आई फायर ब्रिगेड की रिपोर्ट, किया खुलासा मोजो बिस्त्रो में हुक्कों की वजह लगी आग, दोनों रेस्टोरेंट में उड़ाई जा रही थीं नियमों की धज्जियां. कमला मिल हादस के आरोपियों की सूचना देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देगी मुंबई पुलिस.

अब सवाल ये उठता है की क्या ये होटल मालिक सुरक्षा के इंतजाम करना भूल जाते हैं.आखिर क्यों वो इस तरह से सबकी जान से खेलते हैं. इस तरह की लापरवाही कब तक वो करते रहेंगे. क्या ऐसा करना मुंबई जैसे शहर के बड़े पबों और होटल मालिकों को अच्छा लगता है. ये अपने आप में सवाल है.

हम आपको बता दें कि ये आग बीते साल 29 दिसंबर को मुंबई के कमला मिल्स कंपाउंड में लगी आग के मामले में एक नया मोड़ आ गया है. फायर ब्रिगेड ने प्राथमिक जांच में पाया है कि आग लगने की शुरुआत मोजो बिस्त्रो रेस्तरां से हुई थी जहां कुछ मेहमानों को हुक्का परोसा गया था. प्रत्यक्षदर्शियों से फायरब्रिगेड को पता चला है कि हुक्के में इस्तेमाल लकड़ी के कोयले से निकली चिंगारियां अति ज्वलनशील पर्दों और अन्य सजावटी सामान तक पहुंची थीं जिनसे लगी आग तेज हवा से फैलती चली गई.

मुंबई में लगातार ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं. पहले ऐसा नहीं था, लेकिन अब मुबई में लोगों की जान की कीमत लगाईं जताई है. बड़े पब और होटल मालिक पैसा देकर अवैध निर्माण करते हैं. खुद पैसा कमाते हैं और लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है. आग लगने के इस भीषण हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई थी. मौत की संख्या कम ही बताई गई है, लेकिन इतने बड़े हादसे में ये संख्या और भी रही होगी, जिसे हो सकता है कि छुपाया गया है.

अब जो बड़ा सवाल उठता है वो ये है कि ये पब और रेस्टोरेंट मालिक जब BMC को मोटी रकम देकर अवैध निर्माण करते हैं तो किस बिना पर ये लोग उसे बनाने का आदेश देते है. क्या तब इन ऑफीसर्स को आम जनता की जाना की सुध नहीं होती. आखिर क्यों वो चंद पैसों की खातिर ऐसा करते हैं. आखिर कब तक ये इसी तरह से लोगों की जान के दुश्मन बने रहेंगे?