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ये 10 चीज़ें आपके माता-पिता को खुश रख सकती है ! आप साथ रहे तब भी और ना रहे तब भी !

माता पिता

आशीर्वाद की तलाश में हम देश-विदेश घूम आते है.

पत्थर पूजते है, मंदिर जाते है, पूजा पाठ करवाते है, और वो सारी चीजे करते है जिससे हमें लगता है कि हमारा जीवन धन्य हो जाएगा.

लेकिन क्या आप जानते है कि ईश्वर आपके पास हमेशा होता है, बस ज़रूरी है उन्हें पहचानना.

दरअसल हम कहना चाहते है कि ईश्वर ने हमें खुद के रूप में माता पिता दिए है, ताकि ईश्वर का आशीर्वाद सदैव हमारे साथ रहे.

लेकिन इस कलयुग में औलाद की नज़र में माता पिता का दर्ज़ा खत्म होता जा रहा है. अक्सर जाने अंजामे में संताने अपने माता-पिता को दुखी कर रहे है, जबकि उन्हें नहीं पता कि ऐसा करना भगवान दुखी होता है.

अब सवाल ये है कि ऐसा क्या करे, जिससे हमारे पेरेंट्स हमें अंतरात्मा से आशीर्वाद दे, हम पर गर्व करे और अगले जन्म में दोबारा हमें पाने की इच्छा जाहिर करे.

तो चलिए आपके इस दुविधा को हम दूर किए देते है. हम आपको कुल 10 टिप्स देते है जिसे अपनाकर आप अपने माता पिता के चेहरे पर प्रसन्नता देख सकते है.

1 – माता पिता को कभी पलट कर जवाब ना दे. इससे उनको बुरा लग सकता है. जितना हो सके उनकी बातें सुनने की कोशिश करे. वैसे भी बुजुर्गो की बाते आपको बहोत काम आ सकती है.

2 – पेरेंट्स से ऊँची आवाज़ में बात ना करे. अपने दफ्तर या बाहर का गुस्सा घर के बाहर ही रखे.

3 – कोई नया या बड़ा कार्य करने से पहले माँ-बाप से चर्चा जरुर करें. आप का ऐसा करना उन्हें अच्छा लगेगा, उन्हें लगेगा कि आप उनकी बातों को महत्व देते है.

4 – हर महीने उनके स्वास्थ का चेकअप कराएं. उनकी छोटी सी छींक का भी ख्याल रखे. समय से उनकी दवाइयां उन्हें लाकर दे. आपके ऐसा करने पर माता पिता को ज्ञात होगा कि आपको उनकी चिंता है.

5 – उनकी पसंद ना पसंद का ख्याल रखना आपकी ज़िम्मेदारी है. कभी कभार उन्हें खाने के लिए हॉटेल ले जाए, या उनकी कोई फेवरेट मिठाई उन्हें लाकर दे. यकीनन आपको सुखद एहसास ज्ञात होगा.

6 – बुढ़ापे की उम्र में अक्सर पेरेंट्स को बातें करना प्रिय लगता है. ऐसे में आपको जब भी समय मिले, एक फोन कर ले और उनका हालचाल पूछ ले.

7 – वृद्ध अवस्था में गुस्सा बहोत आता है. इसलिए जितना हो सके पेरेंट्स की किचकिच को इग्नोर करे.

8 – हम जानते है कि बीवी के लिए प्यार अलग है और पेरेंट्स के लिए अलग. पर अक्सर माता पिता को लगता है कि शादी के बाद उनका बच्चा उन्हें भूल गया है. ऐसे समय में आपको दोनों के प्रति अपना प्यार बराबरी पर रखना है. ध्यान दे ! बीवी के सामने अपने पेरेंट्स की बेहद इज्जत करें, ताकि आपकी बीवी भी आपके माँ-बाप का सम्मान करे.

9 – अपने पेरेंट्स को मंदिर ले जाना कभी ना भूले. इससे आप दोनों को ही अनोखी खुशी और शांती मिलेगी.

10 – जिस तरह आप अपनी बीवी और बच्चो को नए कपडे पहनाने का शौक रखते है, ठीक उसी तरह माता-पिता को भी शॉपिंग करा दिया करे.

अपनी खुशियों का गला घोटकर हमारी सारी ख्वाहिश पुरी करने वाले माता पिता ही थे, जिन्होंने हमें इस समाज में जीने का अधिकार दिलाया. जब वे हमारे लिए इतना कुछ कर सकते है तो क्या हम इन 10 चीजो का ख्याल नहीं रख सकते.

वैसे भी हमारा ये मानना है – माता-पिता के जीते जी उन्हें सारे सुख देना ही वास्तविक श्राद्ध है!