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कई साधू 200 साल तक जिन्दा रहे हैं ! शास्त्रों में बताया गया है 200 सालों तक जिंदा रहने का राज !

How To Live Longer

बीते दिनों जब एक बोद्ध साधू की ममी मिली थी तो सभी को देखकर हैरानी भी हुई थी और खूब हंगामा भी किया गया था.

लेकिन यह बात सच है कि हिन्दू शास्त्रों में लम्बी आयु कैसे प्राप्त कर सकते हैं इसके बारे में बताया गया है.

यह विज्ञान के लिए बेशक एक पहेली बना हुआ है किन्तु हिन्दू धर्म में ऐसे कई संत-महात्मा हुए हैं जो 200 सालों तक जीवित रहे हैं या इससे भी ज्यादा हो सकते हैं.

इसके साथ-साथ आज भी यह बताया जाता है कि हिमालय क्षेत्र में कई संत सालों से तपस्या में लीन है और उनकी उम्र आम लोगों से बहुत ज्यादा है. वह ना कुछ खाते हैं और ना ही जल का प्रयोग करते हैं तो आखिर इसके पीछे सत्य क्या है? कैसे यह संत इतनी उम्र को प्राप्त कर लेते हैं?

तो आइये जानते हैं कि इसके पीछे कौनसा विज्ञान कम कर रहा है-

यदि इंसान अपनी सांसों पर कंट्रोल कर ले तो…

ईश्वर हर व्यक्ति को साँसे देता है. जीवात्मा को उम्र नहीं सांसे गिनती की दी जाती है और साँसे पूरी होते ही उसका सफर खत्म हो जाता है. उदाहरण के लिए जैसे कि किसी व्यक्ति को 10000 साँसे दी हैं तो आम व्यक्ति तो इन सांसों को एक ही दिन में खर्च कर देता है. आम इंसान की सांस लेने की गति एक मिनट में कुछ 16 बताई जाती है. हम खेलते हैं तो सांसे ज्यादा खर्च हो जाती हैं लेकिन यह संत योग की माया से एक मिनट में 1 बार साँस लेना सीखते हैं.

तो इस प्रकार से वह घंटों तक साँसे रोककर जीना शुरू कर देते हैं.

इससे होता यह कि इनकी सांसे कम खर्च होती हैं और यह लोग सालों तक ज़िंदा रह पाते हैं.

अब आप बोलेंगे कि यह असंभव काम है किन्तु यह असंभव नहीं है या थोड़ा मुश्किल जरुर है. आप एक बार योग की दुनिया में जाये तो वहां इस तरह के कई योग हैं जो सांसों को नियंत्रण में रखना सिखाते हैं.

बिना भोजन कैसे इंसान जिंदा रह सकता है…

भोजन से शरीर को एनर्जी प्राप्त होती है. हम जिंदा रहे इसके लिए एनर्जी बेहद जरूरी चीज बताई जाती है और यह लोग ऊर्जा को भोजन की जगह सूर्य से या रोशनी से प्राप्त करते हैं. इंसान के वीर्य में वह शक्ति है जिसका अगर सही से प्रयोग किया जाये तो यही वीर्य ऊर्जा में बदलकर शरीर को एनर्जी प्रदान कर सकता है. संत लोग इसी योग का प्रयोग कर बिना भोजन के जीवित रहते हैं.

तो यह सब आपको योग की दुनिया में प्राप्त हो सकता है.

आज भी हुमर्रे समाज में इस तरह के लोग और संस्थायें हैं जो इस ज्ञान को लोगों तक पहुंचा रहे हैं.

तो अब अगर आप भी लम्बे समय तक जीवित रहना चाहते हैं तो आपको योग की दुनिया में एंट्री लेनी होगी जहाँ आत्मा और परमात्मा से मिलन कर, मनुष्य आवागमन से मुक्ति भी प्राप्त कर सकता है.