6) अपनी जेब के बारे में जानिये
ऐसा नहीं कि किसी ने कह दिया उधार नहीं देना तो नहीं देना! अपनी जेब आप ख़ुद समझते हैं, उसी अनुसार फ़ैसला लीजिये! और अगर लगता है दोस्त उधारिये ही हैं तो फिर थोड़ा पैसा अलग रख दीजिये किसी चैरिटी के लिए ताक़ि दिल में ये भी रहे कि किसी ज़रूरतमंद की मदद की! कम से कम इस पैसे के जाने का आपको दुःख नहीं होगा!