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मुसलमानों और ईसाईयों की लड़ाई में हम हिन्दू क्यों बलि के बकरे बनाये जा रहे हैं?

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आई एस आई एस (आई एस) के दिल दहला देने वाले और रोंगटे खड़े कर देने वाले क़त्ल-ए-आम के किस्से अब रोज़मर्रा की ज़िन्दगी का हिस्सा बन चुके हैं|

एक साल होने को आया अमरीका और उसके साथियों को कोशिश करते हुए कि किसी तरह इस आतंकवादी गुट का सफ़ाया किया जा सके लेकिन अभी तक सफ़लता कोसों मील दूर है| हम भी भारत में बैठ इस आतंकवादी संघठन पर निगरानी रखे हुए हैं लेकिन लड़ाई हमसे दूर मिडिल-ईस्ट में हो रही है तो अभी तक यहाँ शांति है|

पर आख़िर ये शांति कितने दिन रह पाएगी?

हाल ही में एक पाकिस्तानी नागरिक, जो कि पाकिस्तानी तालिबान के बेहद करीब है, के हवाले से कुछ दस्तावेज़ बरामद हुए हैं जिनके अनुसार आई एस भारत पर एक बड़े हमले की तैयारी कर रहा है और उसके पीछे उनका मक़सद है किसी तरह अमरीका के साथ एक बड़ी लड़ाई लड़ना!

आप सोच रहे होंगे भारत में हमला करके अमरीका से कैसे लड़ेंगे?

देखिये बात बड़ी साफ़ है, अगर भारत में कोई बड़ा आतंकवादी हमला होता है जिस में आई एस के अलावा पाकिस्तानी तालिबान या अफ़ग़ान तालिबान का हाथ सामने आता है तो हम चुप नहीं बैठेंगे| जवाब दिया जाएगा और चूंकि अमरीका और भारत आज की तारीख़ में अच्छे दोस्त हैं, उस जवाबी हमले में अमरीका भी भारत का साथ देगा! एक बार जब बड़े-बड़े देश सीधी लड़ाई में उतर जाएँगे तो कोहराम को भला कौन टाल सकता है?

इसी सोच की वजह से आई एस ने ये नयी रणनीति बनाई है| अगर ध्यान से देखा जाए तो आई एस के आतंकवादी विश्व में इस्लाम धर्म की स्थापना करना चाहते हैं और दुनिया भर के 1बिलियन मुसलमानों की मुखियागिरी भी| यह सपना पूरा करने के लिए उनकी लड़ाई दुनिया के दूसरे बड़े धर्मों से चल रही है जिस में सबसे बड़ा धर्म है ईसाई धर्म!

अगर सिर्फ़ यह देखा जाए की कौन से धर्म को मानने वाले कितने लोग हैं तो उस सूची में हिन्दू धर्म काफ़ी नीचे आता है और इतिहास साक्षी है कि हिन्दुओं ने कभी भी विश्व पर राज करने के लिए कोई नरसंहार नहीं किया, ना ही कोई बड़ी लड़ाई लड़ी! लेकिन हिंदुस्तान और उसकी सभ्यता पर दूसरे मुल्कों, सभ्यताओं से ढेरों हमले पिछले हज़ारों सालों से होते आये हैं!

यह लड़ाई मुख्य तौर पर ईसाईयों और राह से भटके हुए मुसलमानों की है| अब मुसलमानों और ईसाईयों की लड़ाई में हिन्दू बलि के बकरे बनाये जा रहे हैं.

हिन्दुओं का इस से कोई लेना-देना नहीं है पर क्या करें, आजकल दुनिया बहुत छोटी हो गयी है और धरती के किसी भी हिस्से में कुछ भी हो, आप उस से अछूते नहीं रह सकते| और शायद यही वजह है कि हमें बलि का बकरा बना के विश्व-विजय के सपने देखे जा रहे हैं!

आज फिर एक ऐसी घड़ी आ गयी है जहाँ हम हिन्दू शान्ति से अपनी रोटी कमाना चाहते हैं, एक खुशहाल ज़िन्दगी जीना चाहते हैं और विश्व में विजय चाहते भी हैं तो अपने व्यापर, कला और शांति के रूप में चाहते हैं लेकिन हमें मजबूर किया जा रहा है कि हम ऐसी लड़ाई का हिस्सा बनें जिस में किसी का कोई फ़ायदा नहीं है! सच कहें तो हमारे देश के मुसलमान भी वही चाहते हैं जो हिन्दू चाहते हैं!

अगर आई एस के इन दस्तावेज़ों को सच माना जाए तो हकीकत वाक़ई में बहुत ख़तरनाक है और जल्द ही हमारी सरकार को देश की सुरक्षा के लिए कुछ ठोस कदम उठाने होंगे| ये सिर्फ़ देश का नहीं, विश्व शांति का मामला है| हमारी ज़िम्मेदारी छोटी नहीं है लेकिन खुद पर यकीन भी करना होगा कि ऐसी हर मुसीबत का हम मिलकर सामना कर पाएँगे!

उम्मीद है ऐसे खतरों पर विजय पा हम एक शांति-प्रिय विश्व की सरंचना कर पाएँ!