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हिंदी भाषा की एक अद्भुत जीत, वो भी एक इस्लामिक देश में! जय हिन्द!

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हिंदी भाषा के प्रेमियों, यह हमारी भाषा की एक बहुत बड़ी जीत है!

आये दिन जाने कितनी गोष्ठियों, विचार-विमर्शों में यह बात सामने आती है कि धीरे-धीरे हिंदी का पतन हो रहा है| अंग्रेज़ी ने सबका दिल जीत लिया है और आने वाले दिनों में हिंदी बोलने वाले शायद इक्का-दुक्का लोग ही बचेंगे| लेकिन इन सब निराशाजनक बातों के बीच एक ख़बर आई है यूनाइटेड अरब एमिरेट्स (यू.ऐ.इ. ) से जिसे सुन कर बांछें खिल गयीं!

हिंदी भाषा के लिए उम्मीद का एक नया सूरज उदय हुआ है दोस्तों!

यह बात है यू.ऐ.इ. के सड़क और यातायात प्राधिकरण यानी आर.टी.ऐ. की|

इस प्राधिकरण ने निर्णय लिया है कि अब से ड्राइविंग की परीक्षा के लिए हिंदी भी एक वैकल्पिक भाषा के रूप में इस्तेमाल में लायी जायेगी. यानि के अगर आप एक ड्राइवर हैं और वहाँ ड्राइविंग टेस्ट देने जाते हैं तो अंग्रेज़ी, उर्दू, अरबी के अलावा आप अपनी परीक्षा हिंदी भाषा में भी दे सकते हैं!

है न कमाल की बात?

वैसे तो उन्होंने हिंदी के अलावा मलयालम, बंगाली और तमिल का भी प्रावधान रखा है लेकिन सोच के देखिये कि यह हिंदी भाषा के लिए कितनी कमाल की बात है! माना कि उन देशों में हिंदी-भाषी लोगों की जनसँख्या दिनों-दिन बढ़ रही है और इसीलिए उन्होंने यह क़दम उठाया लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हिंदी को अब हर जगह स्वीकारा जा रहा है, न कि ऐसी कोई शर्त रखी जा रही है कि काम करना है तो पहले हमारी भाषा सीखो! नहीं, बल्कि वो यह कह रहे हैं कि अगर आपको हिंदी आती है तो भी कोई बात नहीं, हम आपकी इज़्ज़त करते हैं और हमें आपकी ज़रुरत है तो हम आपकी सुविधानुसार अपने क़ायदे-क़ानून बदलने को तैयार हैं!

अगर यह बात अमरीका, यूरोप में हुई होती तो भी इतनी बड़ी नहीं थी लेकिन एक इस्लामिक देश में ऐसा बदलाव आना सच में बहुत ही आश्चर्य की बात है! यह वो देश हैं जो अपनी संस्कृति और सभ्यता को लेकर बहुत ही कड़ा रुख अपनाते हैं| ऐसे में उनका हिंदी भाषा को ऐसा सम्मान देना बताता है कि हमारे देशों के बीच दोस्ती कितनी गहरी हो चुकी है और कैसे हम दोनों देश एक दुसरे के काम आ सकते हैं|

इस बदलाव का हमारे लिए भी गहरा सबक है| वो यह कि हम हिंदी को तुच्छ भाषा समझ उसका मज़ाक न बनाएँ और हिंदी बोलने वालों को नीची निगाह से ना देखें| बल्कि कोशिश करें कि जो इज़्ज़त अंग्रेज़ी को दे रहे हैं, उस से भी बढ़कर अपनी मातृ भाषा को दें और उसके उत्थान में अपना योगदान दें!

आईये मिलके हिंदी को दुनिया की ख़ास भाषाओं का हिस्सा बनाएँ!

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