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ये शख्स देश के युवाओं को शर्मशार कर रहा है

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“सरकार हमारी माँग माने, नहीं तो बाद में जो कुछ होगा, उसके लिए सरकार ही ज़िम्मेदार होगी.”

ये कहना है देश के २२ साल के नौजवान हार्दिक पटेल का, जो ख़ुद को इस समय मानवता, ख़ासतौर पर पटेल समुदाय का हितैषी मान रहे हैं, हितैषी ही क्यों वो तो ख़ुद को पटेल समुदाय का भगवान ही मान बैठा है।

गुजरात में इस शख़्स ने इस क़दर कोहराम मचा दिया है कि BSF और RAF की ६ कंपनियों को गुजरात में बिना मतलब के लोगों की सुरक्षा करने के लिए तैनात रहना पड़ रहा है। इसने गुजरात के युवकों को इस क़दर भड़का दिया है कि वहाँ के गृहमंत्री का घर तक प्रदर्शन कारियों ने फूँक दिया।

अपना काम-धंधा छोड़कर लोग इसके बहकाने में आ गए।

लोग ये भूल रहे हैं कि वो हार्दिक को पहचानने में ग़लती कर रहे हैं। जिस तरह से हर पीली वस्तु सोना नहीं हो सकती, ठीक उसी तरह से हार्दिक पटेल जैसे लोग अच्छे व्यक्ति नहीं हो सकते।

गुजरात के ये वही युवा हैं, जो सालों बाद देश की गद्दी बदलने में समर्थ रहे। इस युवा शक्ति में बहुत ताक़त है, लेकिन हार्दिक पटेल जैसे लोग इसे ग़लत दिशा दे रहे हैं।

भारत को युवाओं का देश कहा जाता है।

देश का विकास का कार्यभार इन्हीं के मज़बूत कंधों पर डाला गया है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से हार्दिक पटेल नाम का एक युवा युवाओं के ऊपर सवालिया निशान लगा रहा है। लोगों को ग़ुमराह कर कहा है। लोग ये समझने में असमर्थ हैं कि आख़िर एक युवा देश को इस तरह से नुक़सान कैसे पहुँचा सकता है! ख़ुद देश के युवाओं को भी हार्दिक की इस करतूत पर शर्म आ रही है।

हार्दिक पटेल की ही तरह अगर कुछ और युवा खड़े हो गएँ तो देश को गर्त में ले जाने से कोई नहीं रोक सकता। वैसे इस तरह के लोगों के चलते ही दुनिया को मानचित्र पर देश के नक़्शे में दाग़ लग जाती है।

हार्दिक पटेल जैसे लोग तो बरसाती मेंढक की तरह समय-समय पर टर-टर करते रहते हैं, लेकिन अब आपको ये समझना होगा कि आप ऐसे लोगों को बहकावे में आएँ कि अपने दिमाग़ का सब्ज़ करें।

आपको समझाने की ज़रूरत नहीं, क्योंकि हमें मालूम है कि आपके समझ की क़ायल सिर्फ़ देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया है।