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रूह अफ्ज़ा बनाने वाली ‘हमदर्द’ कंपनी में क्यों नहीं मिलती हिंदुओं को नौकरी

रूह अफ्ज़ा

इन दिनों रूह अफ्ज़ा को लेकर कई तरह की अफवाहें फैल रही हैं।

सोशल मीडिया पर ये खबर आग की तरह फैली हुई है कि रूह अफ्ज़ा बनाने वाली कंपनी हमदर्द कभी भी अपनी कंपनी में हिंदुओं को नौकरी नहीं देती है।

इन दिनों सोशल मीडिया पर रूह अफ्ज़ा ही नहीं बल्कि हमदर्द कंपनी के सभी उत्‍पादों का बहिष्‍कार करने की बात कही जा रही है।

सोशल मीडिया पर ये संदेश वायरल हो रहा है कि हमदर्द कंपनी में हिंदुओं के लिए कोई जगह नहीं है और भारत में होने के बावजूद इसमें किसी भी हिंदू को काम करने की इजाज़त नहीं है।

आपको बता दें कि हमदर्द कंपनी में हिंदुओं को नौकरी न मिलने की खबर एक अफवाह है क्‍योंकि हमदर्द के दिल्‍ली के आसफ अली रोड़ पर स्थित हेड ऑफिस की रिसेप्‍शनिस्‍ट ही हिंदू है। कंपनी के चीफ सेल्‍स एंड मार्केटिंग ऑफिसर और चीफ फाइनेंस ऑफिसर का कहना है कि हमदर्द में न सिर्फ बड़ी संख्‍या में हिंदू काम करते हैं बल्कि अहम विभागों में ज्‍यादातर हिंदू कर्मचारी ही ऊंचे पद पर कार्यरत हैं। यहां हिंदू-मुस्लिम कर्मचारियों का अनुपात 50-50 प्रतिशत है।

वहीं रूह अफ्ज़ा के सीनियर अफसर का कहना है कि इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता कि हमदर्द के बारे में ये झूठी अफवाह धार्मिक सदभाव को बिगाड़ने के लिए कही जा रही है या फिर रूह अफ्ज़ा हमदर्द से व्‍यवसायिक दुश्‍मनी निकालने के लिए ऐसा किया जा रहा है।

तो चलिए अब ये तो साफ हो चुका है कि रूह अफ्ज़ा में सिर्फ मुसलमान ही नहीं बल्कि हिंदू लोग भी काम करते हैं और यहां धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होता है। लेकिन भारत जैसे लोक‍तांत्रिक देश में समय-समय पर धर्म को आधार बनाकर ऐसी आग सुलगाई जाती रही है। ये किस्‍सा भी इसी तरह की आग का एक हिस्‍सा लगता है।