ये 10 आदतें जो लड़के छोड़ ही नहीं सकते! कुछ भी कर लो!

कितना भी प्यार कर लो लड़कों से, उनकी कुछ आदतों से आपको चिढ़ मचनी ही है!

और अगर ये आदतें आपके बॉयफ्रेंड में भी हुई, अच्छे-ख़ासे तौर पर, तब तो हो गया आपका काम!

ज़रा पढ़ीए इन 10 आदतें जो लड़के छोड़ ही नहीं सकते, आप भी इनकी शिकार हैं क्या?

1) अड्डेबाज़ी

लड़के अपने दोस्तों के साथ एक अलग ही इंसान बन जाते हैं और बस मौका चाहिए होता है अड्डेबाज़ी करने का! आपको भी देख कर लगता होगा कि आपका इतना प्यारा, सादा, शरीफ़ सा बॉयफ्रेंड अचानक अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक हुड़दंगी कैसे बन जाता है!

2) मास्टरबेशन

जी नहीं, इसके लिए आप दोषी नहीं हैं! लड़कों को कितना भी सेक्स मिल जाए है, उनकी गर्लफ्रेंड के साथ उनके बेडरूम के रिश्ते कितने भी अच्छे क्यों ना हों, मास्टरबेशन उनका पसंदीदा काम है और इसके लिए वो कहीं से भी, कैसे भी वक़्त निकाल ही लेते हैं!

3) बाथरूम में बैठे रहना

लड़कियाँ तैयार होने में वक़्त लगाती हैं लेकिन फिर तैयार होकर कमाल की नज़र भी आती हैं! लड़के बाथरूम में वेले ही बैठे रहते हैं, पॉटी पर बैठ के फ़ोन पर गेम्स खेलना मानो जन्नत में होने के सामान है उनके लिए!

4) “वहाँटच करना

जी हाँ, सार्वजानिक स्थलों पर तो ये मुमकिन नहीं होता पर अपने घर की चार-दीवारी में ये लड़कों का बहुत ही ख़ास टाइम पास करने वाला काम है! जी नहीं, मिलता कुछ नहीं है, बस करना है तो करना है! ऐसा हुआ मानो कोई ट्रॉफ़ी लेकर पैदा हुए थे, जब मौका मिला, टच कर के गुमान कर लिया!

5) कपड़ों से लगाव

ये तो आप जानती ही होंगी कि आपके बॉयफ्रेंड की कोई एक पसंदीदा जीन्स या टीशर्ट या अंडरवियर है जिसे वो इस तरह बदन से चिपकाए घूमता है मानो 7 नहीं, 14 जन्मों का नाता है! घिस जाते हैं वो कपडे, बदन से नहीं छूटते, है ना?

6) सुसु करने का तरीका

हाँ, अब आप भी सोच रही होंगी कि यह आदत आप को सबसे ज़्यादा परेशान करती है! टॉयलेट में वेस्टर्न कमोड पर सीट को बिना उठाये सुसु करना और फिर सीट को साफ़ भी नहीं करना! यक!

7) हारने वाले से प्यार

खेलों का शौक़ तो सभी लड़कों को होता है लेकिन कुछ ऐसे हैं जिन्होंने एक टीम को पसंद कर लिया तो मरते दम तक उसे ही सपोर्ट करेंगे! भले ही वो हारनी शुरू हो जाए, उसके खिलाड़ी बेकार हो जाएँ, उस में जीतने का दम ना बचे लेकिन नहीं, टीवी के आगे बैठे के उनके लिए शोर मचाने से ही वो जीतेंगे!

8) अपनी पसंद के लिए हद पार करना

कभी क्रिकेट मैच की टिकटों के लिए लड़कों को भरी दोपहरी में काउंटर पर लाइन में खड़े देखा है? या कोई एक्शन मूवी की टिकटों के लिए? समझ गयीं ना आप? बस, एक बार कहिये कि शॉपिंग पर चलना है, भीड़ है, थोड़ा लाइन में खड़ा होना पड़ेगा, तब इनकी नानी मर जायेगी!

9) वीडियोगेम्स

अब इसका कुछ इलाज नहीं है! आज के दौर में वीडियोगेम्स के कंसोल तो छोड़िये, हर स्मार्ट फ़ोन में ढेरों गेम्स मिल जाती हैं, उनसे पीछा भला कैसे छूटेगा?

10) कम्पटीशन

ये तो बनता है! किसी भी बात पर हो सकता है और जीतना, जीने से ज़्यादा ज़रूरी है! उदहारण के तौर पर खाली बैठे दो दोस्त इस बात पर शर्त लगा सकते हैं कि कौन कितनी दूर तक थूक सकता है! आगे कहूँ या..?? हाँ!!!!

तो ये आदतें लड़कों की थीं, हैं और रहेंगी! आप बदलने की कोशिश कर लीजिये, एक ज़िन्दगी तो कम है, शायद इसीलिए 7 जन्मों का नाता होता है!

Nitish Bakshi

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