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ये अनोखी शादी वाकई में काबिले-तारीफ़ है ! जानिये क्यों?

महात्मा गांधी को साक्षी मानकर शादी

शादी सात जन्मों का ऐसा पवित्र बंधन होता है, जहां एक लड़का और लड़की भगवान को साक्षी मानकर सात फेरे लेते हैं और सात जन्मों तक एक-दूसरे का साथ निभाने का वादा करते हैं.

हिंदू धर्म में भगवान को साक्षी मानकर शादी-ब्याह की हर रस्म निभाई जाती है और भगवान से ही नव विवाहित जोड़े के जीवन को खुशियों से भर देने की मुराद मांगी जाती है.

आज हम एक ऐसी अनोखी शादी के बारें आपको बताने जा रहे हैं जो आम शादियों से हटकर है.

शायद इसलिए ये शादी इतनी सुर्खियां भी बटोर रही है.

एक जोड़े ने महात्मा गांधी को साक्षी मानकर शादी कर ली !

देशभर में इस शादी को लेकर हो रही है चर्चा

बिहार के आरा में एक ऐसी अनोखी शादी हुई है जो सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है. यहां एक जोड़े ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को साक्षी मानकर शादी कर ली. उनकी प्रतिमा के सामने इस जोड़े ने शादी की रस्म अदायगी की.

बताया जाता है कि आरा शहर के एक स्थानीय सदर अस्पताल में काम करनेवाले सन्नी  नाम के एक युवक की मुलाकात इसी अस्पताल में काम करनेवाली गुड़िया नाम की महिला से हुई.

हालांकि गुड़िया की शादी 10 साल पहले ही हो चुकी थी, लेकिन शादी के दो साल बाद ही उसके पति की मौत हो गई. गुड़िया का एक 8 साल का बेटा भी है.

पति की मौत के बाद गुडिया की मुलाकात सन्नी से हुई और दोनों ने शादी करने का फैसला किया.

शादी के लिए दोनों ने न तो किसी मंदिर को चुना और नहीं किसी हॉल को, बल्कि दोनों ने सदर अस्पताल के कैंपस में ही शादी करने की ठान ली.

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महात्मा गांधी को साक्षी मानकर शादी की

अस्पताल के कैंपस में मौजूद महात्मा गांधी को साक्षी मानकर शादी के बंधन में बंध गए. शादी में शामिल अस्पताल के सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों ने इस मौके पर नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया. महात्मा गांधी को साक्षी मानकर शादी को देखने के लिए दूर-दूर से लोग भी पहुंचे.

अस्पताल में साफ-सफाई का काम करनेवाले सन्नी और गुड़िया ने शादी के बाद कहा कि अस्पताल कैंपस ही उनकी कर्मभूमि है, दोनों की मुलाकात इस अस्पताल में हुई और उन्हें जीने का मकसद भी यहीं से मिला. इसलिए शादी के लिए अस्पताल के कैंपस से बेहतर दूसरी कोई भी जगह उनके लिए नहीं हो सकती थी.

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इस अनोखी शादी को लेकर चर्चा होना लाज़मी है एक ओर जहां महात्मा गांधी को साक्षी मानकर की जानेवाली इस शादी ने लोगों को हैरत में डाल दिया है तो वहीं सन्नी ने एक विधवा महिला की सूनी मांग को फिर से आबाद करने का एक सराहनीय कमद उठाया है जो काबिले तारीफ है.