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रावण की इन अच्छाइयों से कोई भी ले सकता है प्रेरणा !

रावण की अच्छाईयाँ

रावण की अच्छाईयाँ  – दोस्तों रावण को हम महाज्ञानी लेकिन बहुत ही क्रूर, बुराई के प्रतीक के रूप में जानते हैं.

क्योंकि रावण के अंदर अहंकार कूट-कूटकर भरा हुआ था और दुराचारी रावण ने हमेशा बुराई के मार्ग को अपनाते हुए जिंदगी जी थी.

लेकिन उतनी हीं सच्चाई इस बात में भी है कि रावण जितना इस पूरी धरती पर कोई और बुद्धिमान नहीं था. भगवान शिव के परम भक्त रावण में बुराइयों को छोड़ रावण की अच्छाईयाँ जिनसे हर इंसान प्रेरणा ले सकता है.

आइए जानते हैं रावण की अच्छाईयाँ –

रावण की अच्छाईयाँ –

1 – परम भक्त
रावण की भक्ति तो जगजाहिर है. भगवान शिव के परम भक्त रावण शिव तांडव स्त्रोतम के रचनाकार हैं. उन्होंने अपनी भक्ति के बल पर भगवान शिव को प्रसन्न किया और मनचाहा वरदान भी प्राप्त किया. महाज्ञानी रावण की भक्ति संपूर्ण जगत में श्रेष्ठ थी.

2 – पांडित्य
एक ब्राह्मण पुत्र थे महाज्ञानी रावण. उनके पिता का नाम विश्वश्रवा था. लेकिन शायद आप को इस बात की जानकारी हो कि रावण पूरी तरह से ब्राह्मण नहीं थे. क्योंकि उनकी माता कैकसी असुरों के कुल की थी. बावजूद इसके रावण में पांडित्य का ज्ञान भरा था. महाज्ञानी रावण घोर तपस्वी भी थे. अपनी तपस्या के बल पर उन्होंने ब्रह्मा जी से दैवीय शक्तियां प्राप्त की थी.

3 – परम मित्र
मित्रता निभाने में रावण हमेशा आगे रहते थे. बाली ने जब रावण को घसीटकर किशकिंधा लाया तब भी रावण ने बाली से मित्रता का हाथ बढ़ाया. और फिर दोनों मित्र बन गए.

4 – परम ज्ञानी
ज्योतिषशास्त्र और वेदशास्त्र में निपुण रावण काफी ज्ञानी थे. जब रावण के पुत्र मेघनाथ का जन्म हुआ तो उस समय सूर्य सहित सभी ग्रहों को रावण ने अपने स्थान पर ही रहने का आदेश दे दिया था, ताकि उस लग्न की वजह से उनका बेटा अमर रहे. खाना की शनि ने अपनी जगह में बदलाव कर लिया जिस कारण ऐसा नहीं हो पाया और रावण को काफी गुस्सा आया और गुस्शसाए रावण ने शनि पर अपनी गदा से प्रहार भी किया.

5 – नीति शास्त्र में निपुण
एक बहुत चालाक, निपुण राजनीतिज्ञ होने के साथ रावण को नीतिशास्त्र में भी महारथ हासिल थी. जीवन के अंतिम क्षण में रावण ने लक्षमण को कूटनीति और नीतिशास्त्र का ज्ञान लेने को भी कहा था.

ये है रावण की अच्छाईयाँ  – ये कुछ खास और काफी अहम खासियतें थी रावण की, लेकिन इनके अलावा भी कई अच्छाईयां थीं, जिनसे हम साधारण मनुष्य प्रेरणा लेकर अपनी ज़िंदगी को संवार सकते हैं.