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भारत में कम उम्र की लड़कियां कर रही हैं इतना बड़ा फैसला

भारत जैसे देश में आज भी लड़कियों को दबा कर रखा जाता है. गाँव हो या शहर, हर जगह लड़कियों की मानसिकता बहुत ही दबी कुचली होती है. इसका कारण है कि उन्हें सही दशा नहीं मिल रही है. कुछ घरों को छोड़ दिया जाए तो सभी लोग अपनी लड़कियों को एक ही तरह से रखते हैं. इसके बावजूद आधुनिक भारत में एक ऐसा बदलाव देखने को मिल रहा है, जिसे सुनकर हैरानी होती है.

मुंबई के एक चर्चित कॉलेज की स्टूडेंट जिसकी उम्र अभी २० साल है वो कहती है की उसके ग्रुप की लकड़ियाँ जल्दी शादी कर लेंगी. उसने अपनी माँ से भी यही कहा. ये बात सुनकर उस लड़की के घर वाले उससे कहने लगें की अब जल्दी शादी करने का रिवाज़ गया. अब तो जब लड़की कुछ बन जाएगी तभी शादी होगी. उस लड़की के माँ बाप ने बहुत समझाया और कहा की बेटा डरो मत हम उन माता पिता में से नहीं हैं जो अपनी बेटी की शादी कॉलेज में ही कर देते हैं. तुम चिंता मत करो और पढ़ाई पर ध्यान दो.

इस पर उस लड़की ने चौकाने वाला बयान दिया. उसने कहा कि वो खुद चाहती है की जल्दी शादी करे. वो शादी करना चाहती है. ताकि जल्दी उसके बच्चे हो जाएं और वो फ्री होकर दुनिया घूमें. ये सुनकर बड़ा ही अजीब लगा. भला ऐसा भी हो सकता है. जब लड़कियां पढ़ाई की उम्र में शादी की बात सोचें.

दरअसल ऐसा हो रहा है. अब लड़कियां जल्दी शादी करना चाह रही हैं. इसका एक सबसे बड़ा कारण है लकड़ियों का सीरियल देखना और उसमें जल्दी उम्र में शादी करके पति के साथ हनीमून पर जाना. लड़कियां एक बार फिर से वही जिंगदी जीना चाह रही हैं जि९स्क आज तक विरोध होता चला आ रहा है. आज भी लोग चाहते हैं की कम उम्र में लड़कियों की शादी न हो, लेकिन लड़कियां अपनी मानसिकता बदल रही हैं.

हालाँकि ये बदलाव हर लकड़ी में नहीं है. ये उन्हीं लड़कियों में देखने को मिल रहा है जो पढ़ाई में ज्यादा रूचि नहीं रखतीं. लेकिन अब सिर्फ गाँव की नहीं बल्कि अमीर और शहर की लड़कियां ऐसा कर रही हैं. वो जल्दी से शादी करके सेटल हो जाना चाह रही हैं. वो अपने सपनों की जीना चाह रही हैं. वो नहीं चाहतीं कि उन्हें किसी तरह की कोई रोक टोक हो. वो फैशन में इतनी चूर हो चुकी हैं की उन्हें ऐसा लगने लगा है की वो सब शादी के बाद ही मिलेगा.

कॉलेज के शुरूआती दिनों में इस तरह के सपने देखना कहीं न कहीं लड़कियों को फिर से पीछे ले जाएगा. सिर्फ लड़कियां ही नहीं बल्कि देश भी इस सोच से पीछे जाएगा, क्योंकि एक बार फिर से वही स्थिति पैदा होगी जिसे तोड़ने और बदलने के लिए इतने साल लग गए और आज भी उसी के विरोध में कई संगठन काम कर रहे हैं.

गौर करने वाली बात ये है कि जहाँ इवांका जैसी लड़कियां शादी के बाद भी अपने पिता की सलाहकार बनकर इस तरह से देश विदेश का दौरा कर रही हैं वहीँ लड़कियों की ये सोच हमारे देश को कितने पीछे ले जाएगी.