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ये राजधानी दिल्ली का जिगोलो बाज़ार है! यहां इंजिनियर-डॉक्टर का जिस्म बिकता है..

जिगोलो धंधा

राजधानी दिल्ली,.. दिल वालो की दिल्ली!

लेकिन क्या आप जानते है कि दिल्ली के कई ऐसे पॉश इलाके है, जहां मर्दों के जिस्म की बोलिया लगती है.

जहां हर रात जिगोलो धंधा सजता है और इन बाजारों के खरीददार होते है दिल्ली की अमीर अय्याश महिलाएं और वें पुरुष (गे) जो जिगोलो में रूचि रखते है.

जी हां दिल्ली में महिलाओं के जिस्म का धंधा आजकल ठंडा चल रहा है क्योंकि  ट्रेंड तेज़ी से बदल रहा है. राजधानी दिल्ली में जिगोलो धंधा धडल्ले से चल रहा है. यहाँ कई ऐसी पॉश सड़के है, जहां रात होते ही युवा अपने जिस्म का प्रदर्शन और सौदा करते देखे जाते है. उन सडको पर तमाम महंगी कारें कतार में होती है, जिनमे बैठे होते है युवाओं के जिस्म के सौदागर… 

दिल्ली के पॉश इलाको के नाम, जहां सजती है महफ़िल

दिल वालो की दिल्ली में कई ऐसे पॉश इलाके है जहां दीनभर शरीफों की बहार होती है और रात होते ही मर्दों के जिस्म की नुमाइश सज जाती है. उन इलाको के नाम इस प्रकार है.. साउथ एक्सटेसन, आईएनए, अंसल प्लाज़ा, कनाटा प्लस, जनकपुरी डिस्ट्रिक सेन्ट्रल.

इन इलाको के सडको पर रात से ही जिगोलो धंधा लग जाया करता है. 

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मर्दों के जिस्म की कीमत 1800 से लेकर 20 हज़ार तक

आपको ये जानकर अचरच होगा कि जिस्म की महंगाई में मर्दों ने महिलाओं का रिकॉर्ड तोडना शुरू कर दिया है. बता दे कि मर्दों का जिस्म 18 सौ से 20 हज़ार रूपए तक बिकता है. कुछ घंटो के लिए 18 सौ से 3 हजार तक की कीमत दी जाती है. रात भर के लिए 8000 रूपए और जिस युवा के पास सिक्स पैक ऐब हो, वो 15 हजार से 20 हजार तक कमा लेता है. 

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इंजिनियर और डॉक्टर विद्यार्थी व्यापार में लीन

हाल ही में दिल्ली पुलिस द्वारा जिगोलो व्यापार चलानेवाले कई ठिकानों पर छापेमारी हुई. पुलिस के हाथ लगे जिगोलो में बड़ी संख्या इंजिनियर और डॉक्टर की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों की थी.

पुलिस के अनुसार महिलाओं को कम उम्र के युवा लड़के सेक्स के लिए ज्यादा अच्छे लगते है. चुकिं विद्यार्थी शारीरिक रूप से और मानसिक रूप से तंदरुस्त होते है इसलिए महिलाओं को काफी पसंद होते है. वही दुसरी ओर विद्यार्थियों को भी जिस्म बेचने के धंधे में इसलिए मज़ा आता है कि उनकी सेक्स पूर्ती हो जाती है और जेब कडकी यानि अपनी बेफजूल ख्वाहिश सरल तरीके से पुरी हो जाया करती है. 

giglo

रुमाल और गले का पट्टा बताता है लिंग की लम्बाई

जिगोलो की पहचान उनके हाथ और गले में पहना हुआ पट्टा होता है. यह पट्टा ज्यादातर लाल रंग का ही होता है. वही दिल्ली के देह व्यापार में लीन कैलाश बताते है कि गले के पट्टे की लम्बाई ही हम सभी के लिंग की लम्बाई दर्शाती है. जिस किसी महिला को जिस आकार का लिंग पसंद हो, वो गले के पट्टे को देखकर समझ जाती है और ज़रूरत अनुसार जिस्म को खरीद लेती है. 

जिगोलो धंधा रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक चलता है

जिगोलो धंधा रात 10 बजे से ही बताए गए सभी पॉश इलाको में सज जाया करता है और यह जिगोलो धंधा सुबह 4 बजे कही जाकर बंद होता है. इस बीच सभी जिगोलो अपने तय किए हुए जगह पर समयानुसार आकर खड़े हो जाते है. धंधा करते है. बड़े ही आश्चर्य की बात है कि यह धंधा खुलेआम, बेफिक्र सडको पर चलता है.

इस धंधे में लीन राहुल ने बताया कि वें अपनी कमाई का 20% उन्हें देते है, जिनकी शरण में जिस्मानी व्यसाय पल रहा है.

वैसे दिल्ली में स्ट्रीपटीज़ पार्टी का भी चलन तेज़ है. इन पार्टियों में ज्यादातर युवा मर्द नग्न अवस्था में डांस करते है और अपने शरीर की नुमाइश करते है, जिसका लुफ्त वहा बैठी सैकड़ो अमीर अय्याश महिलाएं लेती है. पार्टी में तो ज़िस्माना रिश्ता बनता ही है पर अगर कोई मर्द किसी महिला को पसंद आ जाए तो उस मर्द के जिस्म की कीमत अदा कर अपने घर भी ले जाती है.

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हर फिल्ड में महिलाएं पुरुषो से कंधे से कंधा मिलाकार चल रही है. लेकिन जिस्म बेचने के इस धंधे में पुरुषो द्वारा महिलाओं का रिकॉर्ड तोड़ना ठीक है या नहीं, ये पता नहीं चल पा रहा.

खैर, हमारी राय में जिगोलो धंधा गैरकानूनी है और इसे बंद होना ही चाहिए… आप क्या कहेंगे?