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अपनी पत्नी कस्तूरबा से सेक्स करने पर जीवन भर अफसोस करते रहे गांधीजी

गांधी नेकेड एम्बीशन

गांधी नेकेड एम्बीशन किताब – गांधी जी को हमारे देश में राष्ट्रपिता का दर्जा दिया गया है।

अंहिसा के रास्ते पर चलकर देश को आजादी दिलाने वाले महात्मा गांधी से देश ही नहीं दुनिया भी अच्छी तरह से वाकिफ है। गांधी जी के बारे में कई किताबें भी लिखी गई है और उनपर फिल्में भी बनी है। लेकिन इनपर लिखे एक किताब ने बवाल मचा दिया।

साल 2010 में लिखी किताब गांधी नेकेड एम्बीशन ने अपने टाइटल से ही खलबली मचा दी अंदर तो इसका एक एक हर्फ विवोदों से भरा हुआ है।

गांधी नेकेड एम्बीशन किताब में उनकी सेक्सुअल लाइफ को लेकर बहुत से खुलासे किए गये हैं। यह कितना सही है और कितना गलत ये तो लेखक ही बता सकते हैं।

गांधी नेकेड एम्बीशन किताब के लेखक जेड एडमस है जिन्होंने गांधी जी की सेक्स लाइफ को बहुत ही उतार चढ़ाव वाला बताया।

उन्होंने अपनी बुक में गांधी जी के बारे में बताते हुए लिखा कि गांधी सिर्फ राजनीतिक लीडर ही नहीं थे बल्कि आजादी के संघर्ष में वो एक अध्यात्मिक लीडर भी थे जो सत्याग्रह कर अहिंसा के मार्ग पर चल रहे थे।

एडमस में अपनी किताब गांधी नेकेड एम्बीशन में गांधी के बारे में लिखा है कि वह कई महिलाओं के साथ नंगे नहाते थे। इतना ही नहीं गांधी महिलाओं से निर्वस्त्र मालिश भी करवाते थे। इसके पीछे गांधी का उद्देश्य दृढ़इच्छा और सहनशीलता को परखना था।

किताब में अन्य महिलाओं के साथ शारीरिक संबंध को लेकर आरोप नहीं लगाया गया है।

अपनी पत्नी कस्तूरबा के बारे में भी कई खुलासे किए है। गांधी नेकेड एम्बीशन किताब के अनुसार गांधी जी को कस्तूरबा से एक बार किए गए सेक्स को लेकर जीवन भर अफसोस रहा। सन् 1885 में गांधी जी के ससुर यानि कस्तूरबा के पिता के स्वर्गवास के समय गांधी ने पत्नी के साथ सेक्स किया। पत्नी के साथ बनाए गए इस शारीरिक संबंध को गांधी जी कभी भूल नहीं पाएं। इतना ही नहीं इसके बाद से ही उन्हें खुद से घृणा होने लगी।

किताब का दूसरा पहलू भी जिसमें गांधी जी की महानता को भी बताया गया है।

हम पुस्तक लेखक के किसी बात की पुष्टी नहीं करते हैं लेकिन यह किताब फिलिपकार्ट पर उपलब्ध है। गांधी जी हमारे राष्ट्रपिता है इसलिए सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि ऐसे विवादित तथ्यों पर गौर करे और हकीकत की तह तक जाए।