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3 नियमों का पालन करके आप भी पा सकते हैं पैसा और तरक्की

नियमों का पालन

नियमों का पालन – कई बार ऐसा होता है कि हमारी ज़िंदगी में बहुत सी मुश्किलें आने लगती है और हम समझ नहीं पाते कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है.

दरअसल, इसकी वजह घर या ऑफिस का खराब वास्तु भी हो सकता है, लेकिन लोगों को ये बात तब तक समझ नहीं आती जब तक कुछ बुरा न हो जाए.

आमतौ पर जब तक भाग्य साथ देता रहा है तो लोगों को घर या कार्यक्षेत्र के खराब वास्तु का असर पता नहीं चलता, लेकन ग्रह-नक्षत्र बिगते ही खराब वास्तु आपकी समस्याओं को कई गुना बढ़ा सकता है. ध्यान रखें, वास्तु एक विज्ञान है और इसका निराकरण केवल वैज्ञानिक तरीके से ही किया जा सकता है. इसलिए आपक अपने घर के वास्तु का खास ध्यान रखना चाहिए, यदि आप जीवन में पैसा और तरक्की चाहते हैं तो वास्तु के इन तीन नियमों का पालन ज़रूर करें.

बात आज की हो या किसी बीते जमाने की. यह बात एकदम सही है कि पूरी तरह वास्तु के अनुसार घर बनाना कभी भी संभव नहीं होता. कोई न कोई दोष अवश्य रह जाता है, लेकिन आज यहां हम आपको उन तीन अचूक नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके पालन से आपको वास्तु के कारण कोई गंभीर नुकसान नहीं होगा.

नियमों का पालन –

१ – नियम एक

आपके प्लॉट का घर का ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व का हिस्सा कभी भी ढका हुआ, दबा हुआ, कटा हुआ, गोल या ऊंचा नहीं होना चाहिए. साथ ही नैऋत्य कोण बढ़ा हुआ और नीचा नहीं होना चाहिए.

२ – नियम दो

घर की चारदीवारी का द्वार या घर का मुख्य द्वार ईशान कोण (उत्तर-पूर्व का कोना) की पूर्वी दीवार पर, ईशान कोण की उत्तरी दीवार पर, अग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व का कोना) की दक्षिणी दीवार पर और वायव्य कोण (उत्तर पश्चिम का कोना) की पश्चिमी दीवार पर हो सकता है.

अग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व का कोना) की पूर्व दीवार पर, नैऋत्य (दक्षिण पश्चिम का कोना) कोण की दक्षिण या पश्चिम दीवार पर या वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) की उत्तर दीवार पर घर का मुख्य दरवाजा नहीं होना चाहिए.

३ – नियम तीन

बेसमेंट और भूमिगत पानी का स्रोत जैसे कुआं, बोरवेल, टंकी, सेप्टिक टैंक या किसी भी तरह का कोई गड्ढा केवल उत्तर दिशा, पूर्व दिशा या ईशान कोण के एरिया में होना चाहिए. इसके अलावा किसी और दिशा में इसे नहीं होना चाहिए. सेप्टिक टैंक और टॉइलट ईशान कोण में कभी नहीं बनवाने चाहिए.

यदि आप इन तीन नियमों का पालन करते हैं तो आपके घर का वास्तु लाभ की दृष्टि से प्रथम श्रेणी में आ जाएगा. यदि इनमें से कोई भी दोष घर में होगा तो उस घर में रहनेवाले लोगों का जीवन सुखमय नहीं हो सकता.

जीवन में पैसा, तरक्की और सुख-शांति चाहते हैं तो वास्तु के इन तीन नियमों का पालन अवश्य करें, वरना आज नहीं तो कल ज़िंदगी में मुश्किले आनी तय है.