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जब किसी की सोच जरुरत से ज्यादा पॉजिटिव हो तभी ऐसे काम करता है

पॉजिटिव सोच

पॉजिटिव सोच और एक्स्ट्रा पॉजिटिव सोच में जमीन आसमान का फर्क आ सकता है.

दोस्तों, जहा एक तरफ आपको पॉजिटिव सोच ऊँचाइयों पर ले जा सकती है वही एक्स्ट्रा पॉजिटिव सोच आपको नुकसान भी पहुंचा सकती है. अगर आपको लगता है कि हम गलत कह रहे हैं तो आपको अंत में पता चल जाएगा की हमारी ऐसी राय क्यों हैं.

पॉजिटिव सोच रखना अच्छी बात है, ये इंसान को कठिनाइयों को जीतने और आगे बढ़ने में मदद करती है. लेकिन वो कहते हैं न कि अति हर चीज़ की बुरी होती है. तो कभी-कभी जब कोई जरूरत से ज्यादा आशावादी हो जाता है तो नतीजे कभी-कभी बिगड़ भी सकते हैं.

ये तस्वीरें कुछ ऐसे ही लोगों की हैं, जिन्हें देखकर आपको इनकी एक्स्ट्रा पॉजिटिव सोच पर हँसी जरूर आ जायेगी –

1 – इनकी हिम्मत की दाद देना तो बनता है, इस बच्चे का वजन खुद भले ही 3 किलो हो लेकिन इसका 30 किलो उठाने का जज्बा वाकई गजब का है.

पॉजिटिव सोच

2 – कागज़ के ताले चाभी से ही काम निकालना चाहता है ये आदमी, तभी तो शायद इसने ये नहीं सोचा कि इनकी इस तिजोरी को कोई भी कभी भी तोड़ सकता है, कमाल है ना इनकी पॉजिटिवथिंकिंग या यू कहे ओवरपॉजिटिवीटि!

पॉजिटिव सोच

3 – कमाल के कलेजे वाले माँ बाप हैं, इस बच्चे के कॉन्फिडेंस को देखिए, ऐसा लगता है जैसे की इसने खुद ही इस पक्षी को अपने हाथ पर बिठाने की ट्रेनिंग दी हो.

पॉजिटिव सोच

4 – पांच मिनट का काम एक मिनट में कैसे किया जाता है इनसे सीखिए, इसे तो हम क्रिटीविटी कह सकते हैं लेकिन जनाब तब क्या करेंगे जब पांच से कम कप में चाय भरनी होगी.

पॉजिटिव सोच

5 – इन्हें लगता है ये सबको उल्लू बनायेंगे और सब बन जायेंगेजबकि असल में ये खुद को ही उल्लू बना कर अपना मजाक उड़ा रहे हैं.

पॉजिटिव सोच

6 – ये तो मतलब इस लिस्ट का सबसे पॉजिटिव सोच वाला आदमी है, इन भाईसहाब को ये खिताब देने में कोई दो राय नहीं है.

पॉजिटिव सोच

7 – अगर इतने मात्र से ही सुरक्षा हो जाती तो फिर क्या बात थी, एक बार फिर एक्स्ट्रापॉजिटीविटी के कारण इन भाईसहाब का लाखों का नुकसान हो सकता है.

पॉजिटिव सोच

8 – इन्हें कोई बताओ कि इस खिलौने के हिसाब से अब ये बहुत बहुत बड़े हो गए हैं … उम्र से भी और साइज़ से भी, इन्हें कोई तो इस बात का एहसास दिलाओ इस से पहले की ज्यादा देर हो जाए.

पॉजिटिव सोच

9 – हे भगवान! किसने कहा था कि ये पानी में भी काम करेगा, जरा उसे ढूंढ कर लाया जाए.

10 – भगवान ने चाहा तो कभी न कभी फैमिली भी बन ही जायेगी दो असली बच्चे और एक बीवी भी आ जाएगी… तो क्या तब तक फोटो खिंचाने का इंतज़ार करें ?

पॉजिटिव सोच

तो दोस्तों अब समझ आया आपको कि हम क्यों कह रहे थे कि एक्स्ट्रा पॉजिटिव सोच कई बार आपका काम बनाने कि जगह बिगाड़ भी देती है. यह बिल्कुल ओवर कॉन्फिडेंस की तरह है. अगर आप किसी चीज पर जरूरत से ज्यादा भरोसा करेंगे तो उसका नतीजा ऐसा आना तो लाजमी है.