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पांड्या के बेहतरीन खेल से अब एक बड़े खिलाड़ी की हो जाएगी छुट्टी !

Hardik Pandya

एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ रोहित शर्मा और आशीष नेहरा के अलावा हार्दिक पांड्या भी टीम की जीत के हीरो रहे थे.

इनकी 18 बॉल में 31 रन की पारी ने सबसे ज्यादा कप्तान धोनी को इम्प्रेस किया और मैच के बाद धोनी ने उनकी जमकर तारीफ की.

अब आपको थोड़ा पहले लिए चलते हैं. याद कीजिये जब भारतीय टीम अपने घर में खेल रही थी तो श्रीलंका के खिलाफ भी पांड्या ने कुछ इसी तरह का खेल दिखाया था. तब भी कप्तान धोनी ने खुलकर और खुले दिल से इनकी तारीफ़ की थी.

वैसे पिछले कुछ समय से भारतीय क्रिकेट टीम मध्यक्रम के लिए इसी तरह के बल्लेबाज को खोज रही थी या कहा जाये कि एक आल राउंडर की कमी तो पिछले काफी से समय से टीम को परेशान कर रही थी. तो अचानक से पांड्या की इस बल्लेबाजी ने और अच्छी गेंदबाजी ने सबको इम्प्रेस करने का काम किया है.

सबसे बड़ी राहत की बात कप्तान धोनी के लिए रही है. पांड्या की धमाकेदार बल्लेबाजी से खुद धोनी का दबाव कम हो जाता है और टीम में इनके आने से दम आया है.

किसको है अब खतरा?

अब तक पांड्या का यह काम युवराज सिंह करते आ रहे थे.

लेकिन पहले तो उनको मौकों की तलाश थीं और अब जब मौकें मिल रहे हैं तो युवराज का बल्ला शांत है. अभी तक जबसे युवराज ने टीम में वापसी की है तबसे इन्हो नेंटीम के लिए कुछ भी खास नहीं किया है. कुल 4 से पांच मौके ऐसे भी आये हैं जब युवराज सिंह खुद को साबित कर सकते थे लेकिन उनकी खराब फॉर्म ने सबको निराश ही किया.

अभी पांड्या के इस तरह के प्रदर्शन के बाद युवराज सिंह के लिए खतरे की घंटी बजनी शुरू हो गयी है. कप्तान धोनी को अगर किसी वजह से कोई बदलाव टीम में करना पड़ा तो वह युवराज की जगह ही किसी को टीम में शामिल करेंगे.

सूत्रों के अनुसार अभी धोनी युवराज की बस गेंदबाजी ही परखना चाहते हैं कि क्या आज का युवराज गेंद के साथ कुछ कमाल कर सकता है या अब इनकी गेंदबाजी की धार भी खत्म हो चुकी है.

ज्ञात हो कि अगले माह ट्वेंटी-20 विश्व कप शुरू हो रहा है तो कप्तान धोनी अपनी सभी मजबूत कड़ी और कमजोर कड़ी को पहचानना चाहते हैं.

अभी तक एक तरफ तो पांड्या मजबूत साबित हुए हैं वहीँ दूसरी तरफ युवराज कमजोर रहे हैं.

हम उम्मीद करते हैं कि इस एशिया कप में युवराज का बल्ला रन उगले और टीम की जीत में युवराज भी भागेदारी करें क्योकि हम सभी को पता है कि युवराज में दम आज भी है बस वह अपने खराब दौर से गुजर रहे हैं.