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शनि महाराज का चमत्कारी मंदिर, होता है शनि देव का दूध से अभिषेक ! शनि करता है परेशान तो सामान्य से उपायों से होगा लाभ

Dudh Abhishek In Shani Temple Indore

मध्यप्रदेश की राजधानी इंदौर में शनि महाराज एक बड़ा चमत्कारी मंदिर स्थित है.

इस मंदिर को यहाँ पर सभी शनि देव जी के मंदिर से ही जानते हैं. कहते हैं कि यह पुरे विश्व का इकलौता ऐसा शनि मंदिर हैं जहाँ शनि जी पर तेल नहीं बल्कि दूध से अभिषेक किया जाता है.

तो अब आप ही बोलिए कि क्या आपने ऐसा कुछ सुना है क्या?

या आपने कभी शनि जी दूध अभिषेक किया है?

तो आइये पढ़ते हैं इस मंदिर की और जानकारी तथा जानते हैं कि कैसे शनि महाराज को आसान उपायों से शांत किया जा सकता है-

तो सबसे पहले मंदिर के बारें में बताया जाता है कि यह मंदिर कुछ 700 साल पुराना है.

यह बात उन दिनों की है जब यह पूरा ही इलाका जंगल हुआ करता था. यहाँ पर एक अँधा धोबी रहता था जो गाँव के चंद लोगों के कपड़े धोकर अपना गुजारा करता था.

एक दिन रात को सपने में धोबी को शनि देव जी की आवाज आती है. वह कहते हैं कि मैं उसी पत्थर में हूँ जिसपर तुम रोज कपड़े धोते हो. तब धोबी शनि जी से बोलता है कि मैं तो आपको देख ही नहीं सकता हूँ क्योकि मेरी तो आँखें ही नहीं हैं. तब कहते हैं कि सबसे पहला चमत्कार यह होता है कि धोबी की आँखों की रोशनी वापस आ जाती है.

जैसा कि सभी जानते हैं कि सभी मंदिरों में शनि महाराज की प्रतिमा काले पत्थर की बनी होती है जिसपर कोई श्रृंगार नहीं होता लेकिन ये एक ऐसा मंदिर है जहां शनिं भगवान रोज आकर्षक श्रृंगार में शाही पौशाख पहनकर अपने भक्तों को दर्शन देते है. इस प्राचीन  मंदिर में शनि भगवान का स्वरुप इतना आकर्षक होता है कि श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो जाते है और उनके मन से शनि के क्रूर रूप का डर  भी निकल जाता है.

मंदिर में रोज शनि देव जी को जल से नहला कर फिर दूध से अभिषेक किया जाता है. कहते हैं मंदिर इतना शक्तिशाली है कि यहाँ जो भी भक्त आता है उसके साथ कोई न कोई चमत्कार जरूर हुआ है.

शनि को शांत करने के कुछ सरल उपाय:-

यदि आप शनि देव जी के कारण परेशान हैं तो शनिवार को शनि मंदिर जाकर तेल अर्पित जरूर किया करें. इससे शनि जी शांत हो जाते हैं.

वैसे बोला जाता है कि अगर कोई हनुमान भक्त है तो उस व्यक्ति को कभी भी शनि देव परेशान नहीं कर सकते हैं. तो अगर आप हर मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिर में जाकर पूजा-पाठ करते हैं तो इससे आप शनि प्रकोप से बच सकते हैं.

ऊँ प्रां प्रीं प्रौं शं शनैश्चराय नम:

मंत्र का जप प्रति शनिवार करें। और तेल का दान व काली चीजों का दान भी आपके लिए उपयोगी हो सकता है.