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ऐसा क्या था दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे फिल्म में जो हर लड़की चाहती थी राज जैसा प्रेमी !

डीडीएलजे

डीडीएलजे – आज कहते हैं एक कहानी, कहानी जो है उन दिनों की जब एक राज नाम का लड़का, सिमरन के प्यार में हो गया था मस्ताना ।

राज और सिमरन के नाम जब एक साथ आते हैं तो समझने वालों का ध्यान पहले दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे ( डीडीएलजे ) फिल्म की ओर ही रुख करता है ।

वह क्यों ?  भला इस बात का कोई जवाब हो सकता है !  नहीं ना ।

लेकिन जानने वालों को इस फिल्म से जुड़े एक रोचक तथ्य की जानकारी के लिए कौतुल होना चाहिए, वह ये कि आखिर इस फिल्म में क्या था जो उस दौर में हर लड़की को राज जैसा प्रेमी ही चाहिए था ।

फिर सवाल के जवाब के लिए दोहराते हैं डीडीएलजे फिल्म के उन यादगार सीन्स को जिसके पीछे सभी लड़कियां एक समय में राज जैसा लड़का, लवर के रूप में चाह रही थी । ध्यान पहले फिल्म की रुमानियत की ओर करें, जिसके सभी सीन्स किसी देखने वालों को ख्वाब दिखा दे । और यह उस वक्त था जब प्रेमी का नाम किसी अजूबे से कम न था ।

तो सोचिए फिर फिल्म को लेकर कितनी फैंटसी रही होगी ।

जी, उन दिनों हर लड़की दिल वाले दुल्हनियां का एक-एक सीन्स आंखों के सामने देखना चाहती थी । जैसे सिमरन की किसी अजनबी प्रेमी के सपनों में डायरी लिखना, सिमरन की राज के साथ ट्रेन के कोच में पहली मुलाकात और राज का फ्लर्ट करना । उसके बाद राज का सिमरन को फ्लर्ट कम प्रपोज करने की कोशिशें, सिमरन के लिए राज का बाबू जी के साथ लड़ना, उसको पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार करना और क्लाइमेक्स का यादगार सीन । जब बाबू जी सिमरन का हाथ छोड़कर कहते हैं जा सिमरन जा जी ले अपनी जिन्दगी ।

डीडीएलजे के इन सीन्स के बाद लड़कियों में ऐसा असर हुआ कि जो लड़की प्यार में होती, वह अपने लवर से कहती तुम्हें राज कहूंगी । तुम मेरे लिए वो करोगे जो राज ने सिमरन के लिए किया था । मेरे घर वालों से लड़ाई, सबके सामने मेरे बाबू जी से हाथ मांगना ।

यह हाल थे उन लड़कियों के जिनके लवर थे. जिनके लवर नहीं थे उनके हाल भी कुछ-कुछ ऐसे ही थे । जैसे किसी अजनबी के लिए डायरी लिखना, अपनी मां से डायरी में लिखी बातों को साझा करना । मगर बाकी बातें अधूरी ही रह जाना । आप यह यकीन नहीं करेंगे कि फिल्म देखने के बाद अधिकांश लड़कियां ने डायरी लिखना शुरू कर दिया था ।

सिर्फ डायरी ही नहीं बल्कि छुप-छुप कर यह फिल्में देखा करती थी । जैसे कि इस फिल्म के अलावा कोई दूसरी फिल्म रही न हो ।

मगर डीडीएलजे की सराहना करनी चाहिए कि फिल्म ने दर्शकों को काफी आकर्षित किया था । शायद यही वजह है कि 90 के दशक की यह फिल्म आज भी घरों में देखी जाती है ।