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दीपिका पादुकोण को आज भी इस एक बात का सताता है डर !

दीपिका पादुकोण का डर

दीपिका पादुकोण का डर – वैसे दीपिका पादुकोण हैं तो बॉलीवुड की बिंदास गर्ल लेकिन पर्दे पर दिखनेवाली ये बिंदास गर्ल असल जिंदगी में डरी सहमी सी रहती हैं खासकर तब जब उन्हें किसी खास बात का डर सताता है.

जी हां, हर इंसान को अपने जीवन में किसी ना किसी बात से डर लगता है और दीपिका को अक्सर एक बात का डर सताता रहता है. आखिर उन्हें आज भी किस बात डर सताता है इसका खुलासा खुद दीपिका ने ही किया है.

दीपिका पादुकोण का डर –

दीपिका को है डिप्रेशन की चपेट में आने का डर

दरअसल दीपिका पादुकोण के जीवन में एक ऐसा दौर भी था जब वो डिप्रेशन के दौर से गुजर रही थीं. हालांकि वो डिप्रेशन के इस बुरे दौर से बाहर आ चुकी हैं लेकिन आज भी उन्हें फिर से इसकी चपेट में आने का डर सताता रहता है.

एक इंटरव्यू के दौरान खुद दीपिका ने ये कहा था कि ‘मुझे नहीं लगता है कि मैं डिप्रेशन से पूरी तरह उबर चुकी हूं. मेरे दिलो-दिमाग में हमेशा यही डर बना रहता है कि कहीं मैं फिर से इसी चपेट में ना आ जाऊं. क्योंकि डिप्रेशन के दौरान का अनुभव मेरे लिए काफी खराब रहा है’.

हालांकि दीपिका पादुकोण ने कभी अपनी इस समस्या को छुपाया नहीं बल्कि उन्होंने हमेशा इस मुद्दे पर खुलकर बात की है. दीपिका की मानें तो हो सकता है कि उनकी डिप्रेशन की समस्या के चलते ही प्रोड्यूसर्स उनके पास फिल्मों के ऑफर लेकन ना आए हों.

दीपिका पादुकोण का डर डिप्रेशन पर खुलकर बात कर चुकी हैं

ऐसा पहली बार नहीं है जब दीपिका ने डिप्रेशन की समस्या और अपने इस डर को लेकर अपनी राय मीडिया के सामने पेश की हो, बल्कि दीपिका ने कई बार इस मुद्दे पर खुलकर बात की है.

एक बार तो एक प्रोग्राम के दौरान डिप्रेशन के बारे में बात करते-करते दीपिका की आंखों से आंसू छलक पड़े थे. दीपिका ने उस वक्त भी डिप्रेशन की समस्या को बहुत बड़ी समस्या बताया था.

भले ही दीपिका को आज भी डिप्रेशन का डर सताता है लेकिन उनका मानना है कि डिप्रेशन से जुड़ी गलतफहमियों को दूर किया जाना चाहिए. इतना ही नहीं इस विषय यानी मेंटल हेल्थ को स्कूल के सिलेबस का हिस्सा भी बनाया जाना चाहिए.

ये है दीपिका पादुकोण का डर – गौरतलब है कि दीपिका का फिल्मी करियर काफी शानदार तरीके से चल रहा है और वो फिलहाल संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ की शूटिंग में बिजी हैं. लेकिन बावजूद इसके उन्हें अक्सर डिप्रेशन की चपेट में फिर से आने का डर सताता रहता है.