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कहीं डी कंपनी तो नहीं हैं आईपीएल फिक्सिंग के पीछे?

dawood-ibrahim

2013 का आईपीएल आप सब को तो याद ही होगा,

जब एक साथ श्रीसंत, अंकित चौव्हान और अमित चांदल जैसे कई खिलाड़ियों को रातो-रातो मुंबई से फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. इन प्लेयर्स के अलावा बॉलीवुड से जुड़ी और कई हस्तियां भी इस मामले में पकड़ में आई थी.

लेकिन ये मामला उतना सीधा नहीं लग रहा जितना दिख रहा हैं.

करीब दो साल पहले दिल्ली पुलिस पाकिस्तान से दुबई में किये कुछ कॉल्स को सुन रही थी, जिसमे उन्हें किसी बड़े रैकेट का पता चला जो इंडिया क्रिकेट में किसी बड़ी फिक्सिंग को अंजाम देने वाला था. 26 मार्च 2013 को एक  कॉलर ने बातचीत में “लीग” “ओवर” और “रेट” जैसे लफ्ज़ो का इस्तमाल किया. अक्सर जैसे अंडरवर्ल्ड के लोग क्रिकेट के बारे में बात करते हुए इस्तेमाल करते हैं. उस वक़्त दिल्ली के पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार को इस बातचीत  में कुछ संदिग्ध लगा तो उन्होंने ने इस मामले में जांच शुरू की.

जांच के बाद फिक्सिंग की बात कन्फर्म होते ही पुलिस और ईडी ने राजस्थान रॉयल के कुछ खिलाड़ी, मैनेजर और करीब 50 बुकिस को गिरफ्तार किया. इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने कुछ मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर रखा. इसी दौरान पाकिस्तान से एक कॉलर ने दुबई में 108 सेकंड तक बात की और जब उस आवाज़ के नमूने की जांच करायी गयी तो पता चला कि, वो आवाज़ किसी और की नहीं बल्कि दावुद इब्राहम की थी. दावूद उस कॉल पर वो अपने सहयोगी जावेद चौटानी से कोर्ड वर्ड का इस्तमाल कर बात कर रहा था.

इसके बाद उसी नंबर से दिल्ली के बुकी रमेश व्यास को भी कॉल आई जिसने दिल्ली पुलिस का शक और पुख्ता कर दिया.

दिल्ली पुलिस ने रमेश व्यास के अलावा दो अन्य बुकीस अश्विनी अग्रवाल और टिंकू मंडी की कॉल को इंटरसेप्ट कर फिक्सिंग के मामले का ख़ुलासा किया. फिक्सिंग के यह पहला मामला पुणे वॉरियर्स और राजस्थान रॉयल के बीच 5 मई को पाया गया था. दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर बद्रीश दत्त जिन्होंने ने इस मामले में FIR  दर्ज करायी थी, वो 9 मई को दिल्ली के अपने फ्लैट में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मृत पाए गए. जिसे खुदकुशी क़रार दी गयी और दिल्ली पुलिस ने उस वक़्त इस मामले को पूरी तरह सुलझा लेनी की बात कहीं.

लेकिन इस ख़बर के बात ऐसा नहीं लगता कि फिक्सिंग का ये मामला इतना छोटा हैं.

इस पुरे मामले को देख कर तो यही लगता हैं कि इतनी बड़ी आईपीएल फिक्सिंग के पीछे किसे ऐसे व्यक्ति का हाथ हैं जो क्रिकेट और खास कर इंडिया में होने वाले क्रिकेट की बहुत अच्छी जानकारी रखता हैं.

और दावूद का इंडिया से सम्बन्ध और क्रिकेट से लगाव तो जग जाहिर हैं.