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डार्क स्किन के लोगों को भारत में सुननी पड़ती हैं ये बातें

डार्क स्किन – शायद भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में गोरे रंग को सबसे ज्‍यादा वरीयता दी जाती है।

कई बार विदेशों में रेसिस्‍म की खबरें भी सामने आईं हैं। यहां तक कि बॉलीवुड एक्‍टर्स को अपनी डार्क स्किन के कारण विदेशों में और अपने बचपन में कई तरह की बातें सुननी पड़ी हैं।

जी हां, दोस्‍तों आज हम आपको जीवन की इसी कड़वी सच्‍चाई के बारे में बताने जा रहे हैं कि डार्क स्किन होने पर लोगों और खासतौर पर लड़कियों को क्‍या-क्‍या सुनना पड़ता है। अगर आपकी भी स्किन का कलर डार्क तो आपने भी अपने जीवन में कभी ना कभी ऐसा अनुभव किया ही होगा।

१ – डार्क स्किन की वजह से नहीं होगी शादी

लड़कियों को ऐसे ताने जरूर सुनने को मिलते हैं। भारत में शादी के लिए लड़कियों को सुंदर और गोरा होना बहुत जरूरी है। यहां पर भले ही लड़की अनपढ़ हो लेकिन उसका सुंदर होना बहुत जरूरी होता है। अगर किसी लड़की या लड़के की त्‍वचा का रंग डार्क हो तो उसे शादी के लिए रिजेक्‍शन का सामना बहुत ज्‍यादा करना पड़ता है। ऐसे में रिश्‍तेदारों से ये ताने भी सुनने को मिलते हैं कि काले रंग की वजह से उनकी शादी नहीं हो पा रही है।

२ – नौकरी में बाधा

आपने टीवी पर विज्ञापन तो देखे ही होंगें जिसमें लोगों को अपने काले रंग की वजह से नौकरी नहीं मिल पाती है और फेयरनेस क्रीम लगाते ही उनका करियर फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है। असल जिंदगी में भी कुछ ऐसा ही होता है। विदेशों की तो पता नहीं लेकिन भारत में तो ऐसा बहुत ज्‍यादा होता है। कैंडिडेट्स को हायर करने में उनकी पर्सनैलिटी भी बहुत ज्‍यादा अहमियत निभाती है। डार्क स्किन भी कभी-कभी करियर के आड़े आ जाती है।

३ – बाहर निकलने में आती है शर्म

आप चाहे कितनी भी बड़ी-बड़ी बातें क्‍यों ना कर लें लेकिन ये बात तो सौ प्रतिशत सच है कि भारतीय समाज में गोरा रंग होने का मतलब है कि आप दूसरों से बेहतर हैं। शादी-पार्टियों में भी कई बार डार्क स्किन के लोगों को भीड़ में टोक दिया जाता है और सबके सामने अपने रंग के कारण कमेंट सुनने पर शर्म भी महसूस होती है। ऐसा होते हुए मैंने खुद देखा है, जब एक पार्टी में मेरी ही कजिन को हमारे एक रिश्‍तेदार ने काली कह दिया था। ऐसा उसके साथ ही नहीं बल्कि डार्क स्किन होने वाले हर इंसान के साथ होता होगा।

ऐसा नहीं है कि हम गोरे रंग को ज्‍यादा बेहतर होता है डार्क स्किन के लोगों को कम आंकते हैं लेकिन ये तो जीवन की एक सच्‍चाई है जिसे कभी ना कभी हमने महसूस किया ही होगा। आपके आसपास भी डार्क स्किन के कई लोग होंगें जिनके साथ ऐसा हुआ होगा या होता आ रहा है। ध्‍यान से देखेंगें तो आपको इस बात का अहसास होगा भारत में गोरा रंग कितना ज्‍यादा जरूरी है।

एक्‍ट्रेसेस भी पॉपुलर और फेमस होने के बाद सर्जरी और तरह-तरह की ब्‍यूटी ट्रीटमेंट्स से गोरा रंग पाने की कोशिश करती हैं और हो भी जाती हैं। बस, इसी बात से आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि गोरा रंग होना कितना जरूरी है। खैर, ये सब तो बस मानसिकता की बात है लेकिन मैं और यंगिस्‍तान इस तरह के रेसिस्‍म के सख्‍त विरोध में हैं।