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मोदी की वजह से ठप्प हुआ देश का सबसे बड़ा सेक्स बाजार !

सेक्स बाज़ार

देश के सबसे बड़े सेक्स बाज़ार कोलकाता के सोनागाछी की गलियों में हर रोज रौनक देखने को मिलती थी.

यहां की गलियां हर वक्त ग्राहकों से गुलजार हुआ करती थी. ग्राहकों से अपने जिस्म का सौदा करने के बदले में वेश्याएं को मुंहमांगी रकम मिलती थी.

लेकिन इन दिनों यहां चलने वाली सेक्स मंडी बिल्कुल ठप्प हो गई है. यहां न तो अब पहले जैसी रौनक देखने को मिल रही है और न ग्राहकों की भीड़ देखी जा रही है.

हमेशा ग्राहकों से आबाद रहनेवाला ये सेक्स बाज़ार आखिर इन दिनों ठप्प क्यों पड़ा है.

आइए हम आपको बताते हैं सेक्स बाज़ार ठप्प होने की वजह.

sonagacchi

नोटों के सर्जिकल स्ट्राइक का असर

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर की रात अचानक 500 और 1000 रुपये के नोट पर ऐसा सर्जिकल स्ट्राइक किया कि इससे बड़े-बड़ों के होश उड़ गए.

एक वक्त ऐसा था जब सेक्स बाज़ार सोनागाछी की तमाम वेश्याओं पर ग्राहक दिल खोल कर नोटों की बारिश करते थे, लेकिन जब से मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोट को अमान्य करार दिया तब से इन वेश्याओं पर न तो नोटों की बारिश हो रही है और न ग्राहकों का तांता लग रहा है.

नोटों की वजह से सेक्स बाज़ार हुआ ठप्प

डीएमएससी के आंकडों के मुताबिक सोनागाछी में करीब 11 हजार वेश्याएं रोज अपने जिस्म का सौदा करके अपनी रोजी-रोटी का जुगाड़ करती हैं. जबकि यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि 20 हजार से भी ज्यादा महिलाएं देह व्यापार के इस कारोबार में लिप्त हैं.

लेकिन 500 और 1000 रुपये के नोटों के बंद होने के बाद से यहां की वेश्याओं ने भी इन नोटों को लेने से इंकार कर दिया है. जो भी ग्राहक 500 और 1000 रुपये के नोट लेकर इनके पास पहुंचता है ये उन्हें वापस लौटा देती हैं.

इन दिनों सेक्स बाज़ार सोनागाछी की गलियां ग्राहकों के न आने की वजह से सुनी पड़ी हैं जिसका असर वेश्याओं की रोजी-रोटी पर देखा जा रहा है.

ग्राहकों से कितनी कीमत वसूलती हैं वेश्याएं?

देश के इस सबसे बड़े रेड लाइट एरिया में वेश्याओं की कीमत उनके ग्रेड के हिसाब से तय की जाती है. ‘ए’ ग्रेड में आनेवाली वेश्याएं आधे घंटे के लिए अपने ग्राहकों से 3 हजार रुपये वसूलती हैं जबकि ‘बी’ ग्रेड की वेश्याएं आधे घंटे के लिए अपने ग्राहकों से 500 रुपये लेती हैं.

हालांकि इन नोटों के बंद होने की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान ‘बी’ ग्रेड की वेश्याओं को उठाना पड़ रहा है जबकि ‘ए’ ग्रेड की वेश्याओं को ग्राहकों से बैंक खाते में ऑनलाइन पैसे लेने की सलाह दी गई है.

ये आलम सिर्फ सोनागाछी का नहीं है बल्कि देश के कई सेक्स बाज़ार और सेक्स मंडियों का भी यही हाल है. जब से 500-1000 के नोट बंद हुए हैं तब से देश की तमाम सेक्स बाज़ार ग्राहकों के बिना बिल्कुल ठप्प पड़ गई हैं.

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