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ये हैं वो 6 इंडियन क्रिकेटर्स जिनका बचपन गरीबी में गुजरा है !

क्रिकेटर्स जिनका बचपन गरीबी में गुजरा

भारत में क्रिकेट के खेल को दूसरे खेलों के मुकाबले बहुत ज्यादा पसंद किया जाता है. देश में लगभग हर कोई इस खेल का दीवाना है और इस खेल को खेलनेवाले क्रिकेट खिलाड़ी बॉलीवुड के किसी बड़े स्टार से कम नहीं है.

क्रिकेट के खेल को जितना ज्यादा पसंद किया जाता है उतना ही मुश्किल है इसमें करियर बनाना. आज जो खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए खेलते हैं उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी है.

आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे 6 इंडियन क्रिकेटर्स जिनका बचपन गरीबी में गुजरा है लेकिन उन्होंने कड़ी मेहनत और अपनी काबिलियत के दम पर बतौर क्रिकेटर टीम इंडिया में अपनी खास जगह बनाई.

क्रिकेटर्स जिनका बचपन गरीबी में गुजरा –

1 – रविंद्र जडेजा

भारतीय टीम के खिलाड़ी रविंद्र जडेजा टीम इंडिया में शामिल होने से पहले गरीबी की मार झेल चुके हैं. बताया जाता है कि जडेजा के पिता एक प्राइवेट कंपनी में वॉचमैन का काम करते थे.

जडेजा के पिता घर में इकलौते कमानेवाले थे जिसकी वजह से उनके परिवार को गरीबी में दिन गुजारने पड़े. बावजूद इसके रविंद्र जडेजा ने अपनी कड़ी मेहनत के दम पर टीम इंडिया में अपनी एक खास जगह बनाई और आज वो भारत के सबसे बेतरीन ऑलराउंडर्स में से एक हैं.

2 – भुवनेश्वर कुमार

टीम इंडिया के सबसे अच्छे स्विंग गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार मेरठ के एक बेहद गरीब परिवार से आते हैं. गरीबी में पले बढ़े भुवनेश्वर को उनके पिता और बहन ने क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया.

क्रिकेटर बनने के सपने को पूरा करने के लिए भुवनेश्वर ने खूब पसीना बहाया. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और आज वो भारतीय टीम का एक अहम हिस्सा बन गए हैं.

3 – इरफान पठान और युसूफ पठान

बहुत ही कम उम्र में टीम इंडिया में अपनी जगह बनानेवाले क्रिकेटर इरफान पठान और उनके बड़े भाई युसूफ पठान का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था.

उनके पिता सुरत के एक मस्जिद की देखभाल करते थे. लेकिन बचपन से इरफान और युसूफ क्रिकेटर बनना चाहते थे इसके लिए वो बचपन में मस्जिद के गलियारे में क्रिकेट खेला करते थे. टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और भारत के लिए खेले.

4 – उमेश यादव

क्रिकेटर उमेश यादव भी एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उमेश के पिता एक कोयले की खान में काम करते थे. उनकी आमदनी इतनी कम थी कि मुश्किल से दो वक्त की रोटी का जुगाड़ हो पाता था.

लेकिन उमेश ने  कड़ी मेहनत के बल पर भारतीय टीम में अपनी जगह बनाई और आज वो भारत के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक माने जाते हैं.

5 – मुनाफ पटेल

भारतीय टीम के तेज गेंजबाज मुनाफ पटेल भी अपनी गरीबी से लड़कर इस मुकाम तक पहुंचे हैं. बताया जाता है कि मुनाफ के पिता किसी और के फॉर्म में काम करते थे.

घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी जिसके चलते कई बार मुनाफ पर परिवार का हाथ बंटाने के लिए दबाव बनाया गया. लेकिन मुनाफ ने हार नहीं मानी और भारतीय टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाब हुए.

6 – विनोद कांबली

क्रिकेट में आने से पहले विनोद कांबली मुंबई के एक चॉल में रहते थे. सात लोगों के इस परिवार में कांबली के पिता ही अकेले कमानेवाले थे.

गरीबी और खराब आर्थिक स्थिति का सामना करते हुए विनोद कांबली ने अपनी मेहनत से भारतीय क्रिकेट टीम में अपनी जगह बनाई. टीम से बाहर होने के बाद भी कांबली मुंबई के लिए रणजी मैच खेलते रहे.

ये है वो क्रिकेटर्स जिनका बचपन गरीबी में गुजरा – ये सभी ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने गरीबी के आगे घुटने नहीं टेके बल्कि उसे मात देकर अपने सपने को साकार किया और टीम इंडिया का हिस्सा बनकर भारत के लिए जी जान से खेले.