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स्वर्ग में जाने के लिए टिकट गुजरात के अंतिम मोक्ष श्मशान से मिलेगी

गुजरात का अंतिम मोक्ष श्मशान

गुजरात का अंतिम मोक्ष श्मशान – आमतौर पर हम सभी ने श्मशान घाट एक समान ही बने देखे हैं।

जहां लोग पार्थिव शरीर के मोक्ष की कामना के लिए प्रार्थना करते हैं।

मगर देश में एक ऐसा श्मशान घाट बना है, जो न केवल रुपसज्जा में बिलकुल अलग है बल्कि यह श्मशान घाट, स्वर्ग जाने के लिए सीधा रास्ता भी है।

गुजरात का अंतिम मोक्ष श्मशान

शायद पढ़कर आपको अजीब महसूस हो, लेकिन गुजरात में हाल के दिनों में गुजरात का अंतिम मोक्ष श्मशान एयरपोर्ट की बनावट का श्मशान घाट बना है, जिसमें श्मशान घाट के समान सभी विधि हैं लेकिन उसका प्रजेंटेशन बाकी श्मशान घाट से हटकर हैं।

गुजरात में स्थित यदि एयरपोर्टनुमा श्मशान घाट की बात करें, तो इसमें एयरपोर्ट की तरह अनाउंसमेंट होती है। इसमें बताया जाता है कि शव का किस स्थान पर दाह संस्कार करना है। साथ ही साथ घाट पर मृतक के परिजनों को सांत्वना देने के लिए इंतजाम भी किए गए हैं। और 2 स्वर्ग वाहक नाम के विमान भी खड़े कर दिए हैं।

गुजरात के इस श्मशान घाट का नाम मोक्ष एयरपोर्ट रखने के पीछे, श्मशान घाट के अध्यक्ष सोमाभाई पटेल ने कहा कि श्मशान शब्द काफी कटु है, इस वजह से इसका नाम मोक्ष एयरपोर्ट रखा गया है। बता दें कि यह गुजरात का अंतिम मोक्ष श्मशान मिन्ढोला नदी के किनारे स्थित हैं।

उन्होंने आगे कहा कि अक्सर हम बच्चों को कहते हैं कि फलां भगवान के पास गया और हमारा इशारा आसमान की ओर रहता है। तो बच्चे अब सीधा यह देख सकते हैं। मतलब मोक्ष एयरपोर्ट की थीम बच्चों को ध्यान में रखकर ही बनायी गई।

मोक्ष एयरपोर्ट पर श्मशान घाट और एयपोर्ट के मिश्रण को साथ देखा जा सकता है, जो लोगों को लुभाती है।

गुजरात का अंतिम मोक्ष श्मशान में कई चितास्थल हैं, जिनमें 3 इलेक्ट्रॉनिक मशीनों पर हैं। जैसे ही दाह संस्कार की क्रिया पूर्ण होती है। वैसे ही मशीनों में हवाई जहाज के उड़ान भरने की आवाज़ सुनाई देती है। मोक्ष एयरपोर्ट की थीम काफी लोगों को पसंद आ गई है। इसलिए आस-पास के निवासी मोक्ष एयरपोर्ट में आ रहे हैं।

गुजरात का अंतिम मोक्ष श्मशान, अब तक का देशभर के श्मशान घाटों में अलग घाट है। जो न केवल विचित्र थीम हैं बल्कि आश्चर्यचकित कर देने की बात भी है। क्योंकि देश में इससे पहले श्मशान घाट के संबंध में ऐसा क्रिएटिव आइडिया किसी के दिमाग में नहीं आया था।