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नन्हें बच्चों से यौन संबंध बनाने वाले ये घटिया लोग खुद को ‘भगवान की संतान’ कहते हैं

चिल्ड्रन ऑफ गॉड

चिल्ड्रन ऑफ गॉड – ये तो हम सभी जानते हैं कि दुनिया में कई धर्म हैं और उन्हीं धर्म के इर्द-गिर्द घूमने वाले कई संप्रदाय भी.

संप्रदाय किसी भी धर्म के एक्स्टेंशन को या किसी धर्म की खास कुरीति के खिलाफ को कहा जाता है. कुछ संप्रदाय विचारधारा से भी बनते हैं तो कुछ एक घटिया सोच को लेकर, जैसे कि चिल्ड्रन ऑफ गॉड.

इस धर्म की खास बात है सेक्स, जी हाँ उन्मुक्त सेक्स. इस की शुरुआत सन् 1968 में ब्रैंडेट बर्ग नाम के व्यक्ति ने की थी. इस धर्म के नाम का यदि हम अनुवाद करें तो इसका अर्थ होता है ‘ईश्वर की संतान’.  आपको भी ये बेहद सात्विक नाम लग रहा होगा लेकिन इस धर्म के कर्म सुनकर आपको ऐसा बिल्कुल नहीं लगेगा.

चिल्ड्रन ऑफ गॉड

जैसे हर धर्म-संप्रदाय के अपने रीति-रिवाज़ होते हैं वैसे ही इस ‘चिल्ड्रन ऑफ गॉड’ के भी हैं.

इसके सदस्यों को छोटे-छोटे बच्चों और नाबालिगों के साथ सेक्स करना होता है. अगर कोई इस सेक्स को गलत मानता है तो उसे यह संप्रदाय अपवित्र घोषित कर देता है.

इन लोगों का मानना है कि सेक्स करने से ऊपरवाला खुश होता है.

चिल्ड्रन ऑफ गॉड

जरा सोचिए किसी बच्चे का ऐसी खौफनाक यादों के साथ बड़ा होना कितना डरावना होता होगा.

धर्म और अस्था के नाम पल चल रहे इस ढोंगी संप्रदाय का ऐसा चेहरा देख किसी भी इंसान की आत्मा सन्न रह जाए.

इस संप्रदाय को शुरु करने वाले डेविड को शुरुआत से ही चर्च से समस्याएं थीं. 1968 में डेविड को चर्च से निकाल फेंका गया था जिसके बाद उसने अपनी एक कॉफी शॉप खोली. इस शॉप में कई लोग कॉफी लेने आते थे और डेविड के झांसे में फस जाते थे.

डेविड सभी लोगों को अपना गंदा ज्ञान बांटता और कुछ लोग उसका यकीन भी कर लेते थे.

चिल्ड्रन ऑफ गॉड

पहले इस संप्रदाय का नाम ‘टीन्स ऑफ क्राइस्ट’ था लेकिन ज्यादा से ज्यादा लोगों को आकर्षित करने के लिए डेविड ने इसका नाम बदलकर चिल्ड्रन ऑफ गॉड रख दिया.

इस ‘कल्ट’ में रवायत होती है फ्लर्टी फिशिंग. यह इस संप्रदाय की एक ऐसी रीति है जिसे हर लड़की को मानना पड़ता है. इसके मुताबिक इस कल्ट की लड़कियों को आम लोगों से यौन संबंध बनाना होता है और उन्हे इस संप्रदाय में शामिल होने के लिए रिझाना होता है. रोज मैकेगोवन और जोआक्विन फीनिक्स जैसे हॉलीवुड स्टार इस कल्ट के सदस्य रह चुके हैं.

चिल्ड्रन ऑफ गॉड

अब तक आप समझ ही गए होंगे कि इस संप्रदाय के लोग छोटे बच्चे-बच्चियों का कितना शोषण करते होंगे. उनकी जिंदगी को जहन्नुम बनाने में इन लोगों ने कोई कसर नहीं छोडी होगी और ये सब ये लोग ईश्वर के नाम पर करते हैं.

इस धर्म में सबसे ज्यादा शोषण होता है बच्चियों और महिलाओं का. डेविड कहता है कि औरतों के अंदर बेशुमार प्यार (यानि सेक्स) होता है, इसलिए उन्हें बांटा जाना चाहिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग प्यार महसूस कर सकें.

चिल्ड्रन ऑफ गॉड के लोग एकसाथ एक जॉइंट परिवार की तरह रहते हैं. यहां सब एक साथ मिलकर खाना पकाते हैं और साथ में खाते हैं. बाहर से लगता है जैसे कि यह कितना सुखी परिवार हो लेकिन अंदर चल रहे वहशीपन को कोई जान ले तो उसकी भी रुह कांप जाए. ये सभी बातें तब सामने आईं जब इससे जुड़े लोगों ने अलग होकर इसकी सच्चाई से पर्दा उठाया.