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ये टिप्स पल भर में बता देंगें आपका फोन असली है या नकली

आपने कई बार स्‍मार्टफोन के नकली होने की खबर सुनी होगी। हो सकता है कि आप जो फोन यूज़ कर रहे हैं या फिर जो नया फोन लेने जा रहे हैं वो नकली हों। ऐसे में जरूरी है कि आपको स्‍मार्टफोन के नकली और असली होने से जुड़ी जरूरी बातें पता हों।

आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि आप खुद किस तरह असली और नकली फोन का पता लगा सकते हैं।

– किसी भी मॉडल का फोन खरीदने से पहले उसके बारे में जानकारी जरूर जुटा लें। कंपनी ने कितने कलर में फोन लॉन्‍च किया है और उसका डिजाइन कैसा है, ये सब जान लें।

– लुक को देखकर किसी भी फोन को असली समझने की गलती ना करें। फोन की बॉडी फिनिशिंग के साथ कंपनी के लोगो और डिजाइन को देखें। अगर इन दो चीज़ों में कोई गड़बड़ है तो फोन नकली हो सकती है। फोन के बॉक्‍स में वॉरंटी पेपर और पैकिंग भी देखें।

– स्‍मार्टफोन बनाने वाली कंपनिंया ऑफिशियल वेबसाइट पर उस मॉडल से जुड़ी जानकारी शेयर करती हैं। इस जानकारी में फोन का वजन भी शामिल होता है। नकली और असली का पता उसके वजन से लगाया जा सकता है। हल्‍के पार्ट्स लगाने की वजह से फोन का वजन असली से कम होता है।

– जाहिर सी बात है कि नकली स्‍मार्टफोन की स्‍पीड असली फोन की तुलना में कम होगी। ये चीज़ आप पहली बार में ही नहीं परख सकते। इन फोन की पहचान फीचर्स के आधार पर की जा सकती है।

– फेक स्‍मार्टफोन की कीमत असली से बहुत कम रखी जाती है। ये जरूर जान लें कि कंपनी अपने स्‍मार्टफोन को कितने में सेल कर रही है और उसके ऑनलाइन प्राइस क्‍या हैं। कम कीमत के लालच में नकली फोन खरीदने की गलती ना करें।

– नया फोन खरीदते समय उसकी गारंटी और वॉरंटी जरूर देख लें। फोन के साथ मिलने वाले पेपर्स को भी अच्‍छी तरह से देख लें। कंपनियां फोन पर 1 साल की वॉरंटी देती हैं और नया प्रॉडक्‍ट डिफेक्‍टेड होने पर उसके रिप्‍लेसमेंट की सुविधा भी देती हैं लेकिन नकली फोन में ऐसा कुछ नहीं मिलता।

– फोन को चेक करने का सबसे आसान तरीका उसका आईएमईआई नंबर होता है। हर फोन का ये नंबर अलग-अलग होता है जिसका इस्‍तेमाल फोन के गुम या चोरी होने पर उसे ब्‍लॉक करने के लिए किया जाता है।

– ऑनलाइन फोन खरीदते समय वेंडर रेटिंग जरूर देखें। अच्‍छे वेंडर के प्रॉडक्‍ट के फेक होने की संभावना कम है। अच्‍छी रेटिंग वाली ई कॉमर्स साइट जैसे अमेजॉन और फ्लिपकार्ट, स्‍नैपडील आदि से ऑनलाइन फोन मंगवा सकते हैं।

– ऐप्‍स की मदद से भी फोन के असली या नकली होने का पता लगाया जा सकता है। गूगल प्‍ले स्‍टोर पर कई ऐसे एंड्रॉएड ऐप्‍स हैं जो फोन के हार्डवेयर से जुड़ी जानकारी आपको देते हैं। इन ऐप्‍स में CPU-Z, MI LAUNCHER, CPU X  आदि शामिल हैं।

अगर आप खुद को नकली फोन लेने से बचाना चाहते हैं इन टिप्‍स को ध्‍यान में रखें वरना आपके पैसे तो पूरे जाएंगें लेकिन फोन असली नहीं मिल पाएगा इसलिए जितना हो सके सतर्क रहें।