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जानिए बुलेटप्रूफ बाथरूम में क्यों नहाते हैं इस राज्य के मुख्यमंत्री

बुलेटप्रूफ बाथरूम

नेताओं की सुरक्षा को लेकर आपने तरह तरह की बातें तो सुनी ही होंगी। लेकिन आज आप ये खबर पढ़कर चैक जांएगे।

क्या देश का कोई राज्य ऐसा भी है जिसका मुख्यमंत्री बुलेटप्रूफ बाथरूम में नहाता हो।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने हैदराबाद के बेगमपेट में करीब एक लाख स्क्वायर फीट में अपना जो नया महलनुमा घर बनाया है, उसके बाथरूम में चारों तरफ बुलेटप्रूफ शीशे लगे हुए हैं। इतना ही नहीं, घर की सभी खिड़कियों और वेंटिलेटर्स पर भी बुलेटप्रूफ शीशे लगवाए गए हैं।

दरअसल, तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव अपना सरकारी आवास छोड़कर अपने नए मकान में रहना चाहते हैं। जिस कारण तब राव राज्य के मुख्यमंत्री है तब तक के लिए उनके इस घर को ही सरकारी बंगले में तब्दील कर दिया गया है। गौरतलब हो कि तेलगांना के कुछ जिले नक्सल प्रभावित हैं, जिसके कारण राज्य के मुख्यमंत्री नक्सलियों के निशाने पर रहते हैं। हथियारबंद सुरक्षाकर्मी, माइन प्रूफ गाड़ी और जेड प्लस सिक्योरिटी पा चुके तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के लिए यह काफी नहीं है।

यही कारण है कि राव के नए घर में शिफ्ट होने से पहले राज्य की खुफिया एजेंसियों ने संभावित खतरे को देखते हुए बाथरूम तक में बुलेटप्रूफ शीशे की सिफारिश की थी, जिससे कि इन कमरों में स्नाइपर से निशाना न साधा जा सके। इसके बाद ही मुख्यमंत्री राव के नए घर में इस तरह की व्यवस्था की गई है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि नए घर में हर तरह के खतरे को निष्फल करना बेहद जरूरी है।

जानकारों  का मानना है कि यदि सुरक्षा एजेंसियों के हिसाब से नए घर में सुरक्षा के लिहाज से जरूरी व्यवस्था नहीं होगी तो सभी ये एजेंसियां कभी भी मुख्यमंत्री को नए घर में जाने की अनुमति नहीं देती। क्योंकि मुख्यमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेंदारी राज्य की जिन सुरक्षा एजेंसियों की हैं सुरक्षा को लेकर जवाबदारी भी उन्हीं की है।

वही दूसरी ओर राव का यह घर मुख्यमंत्री के पूरे कार्यकाल के लिए सरकारी बंगला बन जाएगा। जिस कारण सुरक्षा पर अलग से होने वाले खर्च में पैसा बर्बाद नहीं होगा।

बताया जाता है मुख्यमंत्री के इस मकान में दो बुलेटप्रूफ बाथरूम में हाई क्वालिटी के शीशे लगे हुए हैं। एक बुलेटप्रूफ बाथरूम मुख्यमंत्री खुद प्रयोग करते हैं और दूसरा बुलेटप्रूफ बाथरूम जो उनके बेटे केटीआर प्रयोग करते हैं।

इतना ही नहीं इस मकान में सुरक्षा के लिहाज से वहां 50 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी जो 24 घंटे उनके कैंप ऑफिस और घर की निगरानी करेंगे। इसमें इंटेलिजेंस सिक्युरिटी विंग (आईएसडब्लू) के भी सदस्य रहेंगे, जो कि वीआईपी सुरक्षा में तैनात रहते हैं। इनका काम 24 घंटे मुख्यमंत्री के घर की निगरानी करना है।

तेलंगाना के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीएम की सिक्योरिटी के साथ कोई चांस नहीं लिया जा सकता। हर तरह के खतरे की संभावनाओं को निष्फल करना बेहद जरूरी है।