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शरीर के ये अंग जो किसी काम के नहीं है !

दोस्तों आज तक आपने यही जाना होगा कि भगवान ने हमारे शरीर में ऐसा कोई अंग नहीं दिया, जिसका काम ना हो.

हर अंग का अलग – अलग काम होता है. जैसे आंखों का काम देखना, दिल का धड़कना इत्यादि.

लेकिन आज हम आपको अपने शरीर के कुछ ऐसे अंगों से रुबरु करा रहे हैं, जिनका वाकई में शरीर में कोई काम नहीं. लेकिन इनकी वजह से हमें आए दिन तकलीफ जरुर होती रहती है.

शरीर के अंग जो काम के नहीं

आइए जानते हैं कौन से हैं वो शरीर के अंग जो काम के नहीं –

1 – अपेंडिक्स

दोस्तों हम सब इस बात को जानते हैं कि इंसान को खाना पचाने के लिए आंतों की आवश्यकता है. लेकिन अपेंडिक्स आंत का एक छोटा सा हिस्सा ऐसा है, जो खाना पचाने में किसी भी तरह से शरीर की मदद नहीं करता. उल्टा हमें पथरी जैसी बीमारी देने का काम वो जरुर कर सकता है.

शरीर के अंग जो काम के नहीं

2 – टॉन्सिल

टॉन्सिल के बारे में भी आप जानते होंगे कि अक्सर लोगों को टॉन्सिल हो जाता है. जिसके कारण गले में किसी भी चीज को निगलने में दिक्कत होती है. लेकिन क्या आप इस बात से वाकिफ हैं कि टॉन्सिल गले का एक हिस्सा है, जहां दांत खत्म होता है, टॉन्सिल वहीं होता है. लेकिन मुंह में इसका कुछ काम नहीं होता. बल्कि ये हमें नुकसान जरूर पहुंचा देता है. टॉन्सिल अगर फेल जाए तो ये जानलेवा भी हो सकता है.

शरीर के अंग जो काम के नहीं

3 – पूंछ की हड्डी

शरीर में पूंछ की हड्डी का भी कोई काम नहीं है. ये तो हम सभी जानते हैं कि हम मनुष्य के पूर्वज बंदर हैं. जिस कारण वनमानुस के पूंछ होते थे. लेकिन धीरे-धीरे पूंछ का विकसित होना बंद हो गया.

शरीर के अंग जो काम के नहीं

4 – पैरानसल साइनस

नाक का एक हिस्सा होता है पैरानसल साइनस. कहते हैं कि ये बोलने में सहायक होता है, लेकिन अभी तक इस बात को प्रमाणित नहीं किया जा सका है.

शरीर के अंग जो काम के नहीं

5 – अक्ल का दांत

लोगों में 17 से 25 साल की उम्र में अक्ल का दांत आता है, जो मुंह में किसी भी तरह से काम का नहीं होता. उल्टा जब ये आती है तो इंसान को काफी दर्द होता है.

शरीर के अंग जो काम के नहीं

6 – नेत्रझिल्ली

आंखों पर झिल्लीनुमा एक परत पाई जाती है. मछलियों को नेत्रझिल्ली पानी में तैरने में सहायता करती है. लेकिन मनुष्य को इसकी कोई आवश्यकता नहीं है.

शरीर के अंग जो काम के नहीं

ये है शरीर के अंग जो काम के नहीं – दोस्तों वैसे तो ईश्वर ने हमें जो भी दिया है वो सब आवश्यकता के हिसाब से हीं दिया है. हो सकता हे कि हमारे शरीर में इन अंगों को देने के पीछे भी कुदरत की कोई ऐसी मंशा हो जिन्हें हम समझने में नाकामयाब हैं.