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खुल गया, राज तो इसलिए बरमूडा ट्रायंगल में डूब जाते हैं जहाज!

बरमूडा ट्रायंगल

बरमुडा ट्रायंगल का नाम सुनते ही एक रहस्मयी और खतरनाक दुनिया की छवि उभरती है.

दर्जनों जहाज और विमानों को अपनी आगोश में लेने वाले इस बरमुडा ट्रांयगल में आखिर जहाज कैसे और क्यों डूब जाते हैं इस बर लंबे समय से रिसर्च चल रही थी और आखरिकार इस रहस्य पर स परदा हट ही गया.

कभी किसी दानव तो कभी यूएफओ को जहाज डूबने का जिम्मेदार  माना जाता था, मगर अब सच्चाई सामने आ चुकी है. वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि अपनी रहस्यमई बनावट से सबको हैरान करने वाला बरमूडा ट्रायंगल का रहस्य उन्होंने सुलझा लिया है.

रिसर्च में लगे वैज्ञानिकों के मुताबिक, यह न तो काई यूएफओ (उड़न तस्तरी) है और न ही कोई समुद्री दानव. उनका मानना है कि ये दूसरी प्रकार की भयानक लहरें है जो कि किसी दानव से कम नहीं हैं और यही लहरें जहाज को डूबा देती हैं.

बरमूडा ट्रायंगल को शैतान तिकोण भी कहते हैं, यह उत्तरी अटलांटिक का एक ऐसा क्षेत्र है जो मियामी, बर्मुडा और प्यूर्टो रिको से घिरा हुआ है. पिछले काफी समय में इस बरमुडा ट्रायएंगल में कई समुद्री जहाज और एयरक्राफ्ट्स समा चुके हैं. हैरानी की बात ये है कि बरमूडा ट्रायंगल में लापता होने वाले जहाजों के बारे में आजतक पता नहीं चला कि वे कहां गए. इसलिए लोग इसे शैतानी शक्तियों से जोड़कर देखते आए हैं.

बरमुडा ट्रायंगल के रहस्य का अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि बरमूडा ट्रायंगल एक प्रकार की विशाल और खतरनाक लहरें हैं. उनके अनुसार. यह दक्षिणी और उत्तरी तूफान है जो अचानक एक साथ आ जाता है. इस दौरान यदि फ्लोरिडा की ओर से कुछ होता है तो इससे लहरे और खतरनाक हो जाती हैं. ये भयानक लहरें 100 फिट तक ऊंची हो सकती हैं.

पिछले 100 साल में दर्जनों जहाज और विमानों के गायब होने के लिए जिम्मेदार बरमुडा ट्रायंगल के बारे में दुनिया को उस समय पता चला जब 16 सितबंर, 1950 को अमेरिका के एक अखबार में इसके बारे में छपा. उसके दो साल बाद एक पत्रिका में एक लेख छपा था जिसमें फ्लाइट 19 के लापता होने का जिक्र था. तभी से बरमुडा ट्रायंगल की पहेली सुलझाने की कोशिश की जा रही थी.

बरमुडा ट्रायंगल का नाम एक लेखक का दिया हुआ है. अमेरिकी लेखक विंसेंट गैरिस ने मैगजीन आरगोजी के 1964 में फरवरी इश्यू के लिए कवर आर्टिकल में इस टर्म का इस्तेमाल किया था और तभी से लोग इस जगह को बरमुडा ट्रांयगल के नाम से जानने लगें.

बहरहाल, अब ये साफ हो चुका है कि न तो की राक्षस, न आत्मा और न ही उड़न तस्तरी जहाज को डुबोती है, बल्कि ये खतरनाक लहरें हैं जो अब तक दर्जनों जहाज को डुबा चुकी हैं.