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राम मंदिर से दूर हो जायेगी देश की ये मुसीबतें

राममंदिर

राममंदिर – भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां पर लोग अपनी मर्जी से अपने धर्म का पालन कर सकते हैं लेकिन फिर भी इस देश की पृष्‍ठभूमि पर सबसे ज्‍यादा धर्म के नाम पर ही दंगे होते हैं।

हिंदू-मुस्लिम सबसे ज्‍यादा धार्मिक दंगों में लिप्‍त रहते हैं और इस बात का सबूत है अयोध्‍या का राममंदिर।

इस मुद्दे पर लड़ते हुए देश के दो गुटों को 25 साल से भी ज्‍यादा का समय हो चुका है। भारत के हिंदुओं की मांग है कि अयोध्‍या भगवान राम की जन्‍मस्‍थली है जबकि मुसलमान यहां पर अपनी इबादत का घर मस्जिद बनाना चा‍हते हैं। भारत में ये मुद्दा इतनी गंभीर हो चुका है कि इसने बड़े-बड़े नेताओं को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया है। अब तक कोई भी राजनीतिक पार्टी अयोध्‍या की इस जगह पर मंदिर या मस्जिद बनने का फैसला नहीं कर पाई है।

अगर से मुद्दा सुलझ जाता है तो इससे देश के कई सारे मसले सुलझ सकते हैं।

आज हम कीआपको यही बताने जा रहे हैं कि अगर देश में अयोध्‍या में राममंदिर और मस्जिद का मसला सुलझ जाता है तो इससे देश को कितना फायदा होगा।

राममंदिर

तो चलिए जानते हैं कि राममंदिर बनने से देश की कितनी मुसीबतें दूर हो जाएंगीं।

राममंदिर बनने के फायदे

  • सुप्रीम कोर्ट ने भी इस बात को स्‍वीकार किया है कि इस जगह पर पहले राम मंदिर ही हुआ करता था और ये जगह भगवान राम की जन्‍मस्‍थली है। इसलिए सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि यहां पर राम मंदिर ही बने। अगर ऐसा होता है तो देशभर में ये संदेश जाएगा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना करना किसी के बस की बात नहीं है। इससे देश की कानून व्‍यवस्‍था मजबूत होगी।
  • राम मंदिर बनने से देश में शांति की स्‍थापना भी होगी। हम सभी जानते हैं कि इस मुद्दे की वजह से आए दिन देश में दंगे और विरोध प्रदर्शन होते रहते हैं। अगर इस मुद्दे पर एकटूक फैसला आ जाए तो इन दंगों पर भी रोक लग सकती है और जान-माल की हानि से बचा जा सकता है। राम मंदिर को लेकर कई बार अयोध्‍या और देश के बाकी राज्‍यों में भयंकर दंगे हो चुके हैं।
  • बाबरी मस्जिद की जगह राम मंदिर बनने से देश में धर्म और आपसी प्रेम भी बढ़ेगा। ऐसा नहीं है कि यहां पर मंदिर बनने से हिंदुओं की जीत होगी या मस्जिद बनने से मुसलमान ताकतवर बनेंगें। फैसला जो भी हो दोनो धर्मों के लोगों को उसका पूरे दिल से सम्‍मान करना चाहिए और इस बात को स्‍वीकार करना चाहिए चाहे मंदिर बने या मस्जिद उनके धर्म के महत्‍व में कोई कमी नहीं आएगी और भारत में उन्‍हें पहले जैसा ही महत्‍व मिलेगा।
  • आए दिन इस मामले पर मंत्री और पाखंडी बाबा बयान देते रहते हैं। इस मुद्दे पर एक फैसला होने से इन बेकार के लोगों की बयानबाजी भी बंद हो जाएगी।

राममंदिर

दोस्‍तों, अगर मुसलमान और हिंदु आपसी प्रेम और सद्भाव से इस राममंदिर मामले पर निर्णय लेने को तैयार हो जाएं तो देश को भयंकर स्थिति में पहुंचने से बचाया जा सकता है।