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रक्तदान जरूर कीजिए क्योंकि इससे होते हैं ये बेमिसाल फायदे !

रक्तदान

वैसे हर कोई इस बात को जानता है कि रक्तदान हर साल लाखों लोगों को एक नई जिंदगी की सौगात देता है.

इंसान का रक्त ही थैलेसीमिया जैसी जानलेवा बीमारी से मरीज़ों की जिंदगी के दिनों को सही दवाओं और सर्जरी के साथ बढ़ाने में मदद करता है.

आंकड़ों पर गौर करें तो हर साल देश में लगभग 250 सीसी की 4 करोड़ यूनिट ब्लड की जरूरत पड़ती है लेकिन सिर्फ 5,00,000 यूनिट ब्लड ही मुहैया हो पाता है. जबकि 25 फीसदी से ज्यादा लोगों को अपने जीवन में खून जरूरत पड़ती ही है.

हालांकि ये बात भी सच है कि इंसान का खून बनाया नहीं जा सकता और ना ही इसका कोई दूसरा विकल्प है इसलिए जरूरत मंदों तक रक्त पहुंचाने का एकमात्र जरिया है रक्तदान.

हमारे शरीर में कुल वजन का 7 फीसदी हिस्सा खून का होता है. रक्तदान को महादान भी करते हैं क्योंकि ये लोगों को नया जीवन देने की क्षमता रखता है और रक्त दान करनेवाले लोगों को भी इससे कई फायदे होते हैं.

1- दिल के स्वास्थ्य के लिए है बेहतर

शायद ये बात ज्यादा लोगों को पता नहीं है कि नियमित रुप से रक्तदान करने से शरीर में आयरन का स्तर संतुलित रहता है. शरीर में आयरन का स्तर अगर बढ़ जाए तो ऑक्सीडेटिव डैमेज होता है जिससे टिशू डैमेज होने का खतरा होता है.

रक्तदान करने से ना सिर्फ शरीर में आयरन की मात्रा ठीक बनी रहती है बल्कि ये दिल की बीमारियों से भी बचाता है और आपके दिल को सेहतमंद बनाए रखता है.

2- कैंसर और लीवर की बीमारियों से बचाए

हालांकि ऐसा कोई अध्ययन नहीं है जो ये दावा करता हो कि रक्तदान करने से लीवर की बीमारियों और कैंसर का खतरा कम होता है. लेकिन आमतौर पर यह देखा गया है कि रक्तदान करने से लीवर पर अच्छा असर पड़ता है. कहा जाता कि नियमित रुप से रक्तदान करने पर लीवर की बीमारियों और कैंसर होने का खतरा कम होता है.

3- वजन कम करने में मददगार

रक्तदान करके आप अपने बढ़ते वजन को भी नियंत्रित कर सकते हैं क्योंकि एक बार ब्लड डोनेट करके आप 650 से 700 कैलोरी कम कर सकते हैं. जाहिर है कि शरीर के वजन का संबंध कैलोरी से होता है और कैलोरी घटेगी तो वजन भी घटेगा इसलिए हर तीन महीने में एक बार रक्तदान जरूर करना चाहिए.

4- शरीर को मिलती है तंदरुस्ती

एक नई रिसर्च के मुताबिक नियमित रुप से रक्त दान करने से कैंसर और दूसरी बीमारियों के होने का खतरा कम होता है क्योंकि ये शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है. इतना ही नहीं रक्तदान के बाद बोनमैरो नए रेड सेल्स बनाता है जिससे शरीर को तंदरुस्ती भी मिलती है.

5- मिलती है मानसिक संतुष्टि

रक्त दान में जितना खून आप दान करते हैं आपका शरीर 21 दिन में उसे फिर से बना लेता है. जबकि ब्लड का वॉल्यूम शरीर में 24 से 72 घंटे में ही पूरा बन जाता है.

इसमें कोई दो राय नहीं है कि रक्त दान करने पर जो अहसास होता है वो बहुत खास होता है क्योंकि जब भी आप रक्तदान करते हैं तो वो 3 से 4 अलग-अलग जरूरतमंद मरीजों के काम आता है. जो आपके मन को खुशी और मानसिक संतुष्टि देता है.

गौरतलब है कि रक्तदान करने से ऐसे कई लोगों का जीवन बचाया जा सकता है जो जीने की उम्मीद खो चुके हैं. इसलिए रक्तदान जरूर कीजिए क्योंकि ये कई लोगों में जीने की एक नई उम्मीद जगा सकता है.