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अथर्व फाउंडेशन का जम्मू और कश्मीर दौरा “वन फॉर ऑल, ऑल फॉर वन” पहल के तहत

अथर्व फाउंडेशन का जम्मू और कश्मीर दौरा

मुंबई : देश के हमारे अनजाने नायकों अर्थात सेना जवानो को सलामी देने और पहचानने की दृष्टि से, अथर्व फाउंडेशन पूरे देश में हमारे सैनिकों और शहीदों के परिवार से मिलने के उद्देश्य से आगे बढ़ रही है।

वन फॉर ऑल, ऑल फॉर वन की पहल के तहत, अथर्व फाउंडेशन की समर्पित टीम ने हाल ही में भारत के उत्तरी राज्य, जम्मू और कश्मीर का दौरा किया था, जहां वे ब्रिगेडियर हरचरन सिंह (सेवानिवृत्त), जो जम्मू सैनिक कल्याण के निदेशक हैं।

उन्होंने सेना के पृष्ठभूमि में अपना अनुभव साझा किया और उनके सेवानिवृत्त सेना के अधिकारियों के लिए वेलफेयर कैसे काम करता है, इसके बारे में बात की। वेलफेयर,  राज्य में जिला सैनिक कल्याण कार्यालयों के काम पर नियंत्रण और समन्वय रखता है और उनके प्रभावी कार्य सुनिश्चित करता है। विभाग, राज्य के मंत्रालयों, राज्य उपक्रमों और उद्यमों और बैंकों के साथ संपर्क बनाए रखना, राज्य की आरक्षण नीति के अनुसार पूर्व-सैनिकों और विधवाओं के लिए रिक्तियों की तलाश करना और भर्ती नियमों के अनुसार, ऐसी रिक्तियों की निगरानी करना, आदि कार्य भी करता है। जम्मू के पुंछ जिले की ओर बढ़ते समय, टीम ने दौरे के दूसरे दिन में मेंढर तहसील में सूबेदार शब्बीर अहमद के परिवार से मुलाकात की।

जम्मू और कश्मीर दौरा

इसके बाद, उसी राज्य में काड्याल गांव की ओर  बढ़ते हुए टीम ने सुबेदार मेजर और मानद कप्तान बाना सिंह से मुलाकात की जो की एक सेवानिवृत्त भारतीय सैनिक और राष्ट्र के सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परम वीर चक्र प्राप्तकर्ता है। इसके साथ ही टीम ने जम्मू एऔर कश्मीर के आर. एस. पूरा सेक्टर के सुचेतगढ़ गाँव में विजिट  किया।  टीम ने अखनूर में सुभेदार सुरिंदर सिंह के परिवार का दौरा किया, जो सिख रैजिमेंट के तीसरे बटालियन के साथ भारतीय सैन्य अधिकारी थे। मार्च में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ने वाले सूबेदार सिंह शहीद हुए और उनके इस पराक्रम को अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। इस बीच टीम डोडा जिले के भदरवाह तहसील में नाइब सुबेदर चुनीला के परिवार से मिले। टीम हमारे शहीदों का और उनके सर्वोच्च बलिदान का सम्मान करने के लिए इन स्थानों पर जा रही थी।

जम्मू और कश्मीर दौरा

यह “वन फॉर ऑल, ऑल फॉर वन” कार्यक्रम वास्तव में देश के हमारे असली नायकों का स्वागत करने के लिए समर्पित है। यह कार्यक्रम सशस्त्र बलों और उनके सर्वोच्च बलिदान के बारे में युवाओं के बीच जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करता है। इसका उद्देश्य युवा लोगों को इन बहादुर पुरूषों पर गर्व करने और अपने देश की सेवा के लिए उनके मार्ग का पालन करने के लिए प्रेरित करना है। यह कार्यक्रम 31 जनवरी, 2018 को मुंबई के वरली, एनएससीआई डोम में आयोजित किया जाएगा जिसमें नागरिकों सहित सैनिकों के परिवार भी मौजूद रहेंगे।

 वन फॉर ऑल, ऑल फॉर वन की पहल के तहत, अथर्व फाउंडेशन की समर्पित टीम ने हाल ही में भारत के उत्तरी राज्य, जम्मू और कश्मीर का दौरा किया था

अथर्व फाउंडेशन के बारे में:

अथर्व फाउंडेशन, अथर्व एजुकेशन ट्रस्ट की एक पहल है, जो कि श्री सुनील राने जी द्वारा शुरू किया गया है। श्री सुनील राणे का मानना ​​है कि एक राष्ट्र का विकास अपने समाज के विभिन्न वर्गों के विकास पर निर्भर करता है। इस महान विचार से आथर्व फाउंडेशन के निर्माण का नेतृत्व हुआ है। अथर्व फाउंडेशन समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दृष्टि से निरंतर प्रयत्नशील रहा हैं।

उद्देश्य:

हमारा उद्देश्य महिलाओं, बच्चों और युवाओं को शिक्षा और प्रशिक्षण देना है ताकि वे आत्म-निर्भर और सम्मानपूर्ण जीवन जी सके।