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जानिये क्यों अटल बिहारी वाजपेयी हिचक रहे थे हेमा मालिनी से बात करने में !

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी
भारत देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, जिनकी शख्सियत अपने आप में इतनी महान है, कि हर कोई उनके फैन हैं.
लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महान व्यक्तित्व के मालिक भीतर किसी के फैन रहे हैं. और वो कोई और नहीं, बल्कि ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी हींं है. जिनकी दमदार अभिनय क्षमता के मुरीद हो गए थे अटल बिहारी वाजपई.
हेमा मालिनी की फिल्म सीता और गीता पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को इतनी अच्छी लगी थी, कि उन्होंने फिल्म को एक दो बार नहीं बल्कि 25 बार देखी. इस बात को अभिनेत्री हेमा मालिनी ने खुद हीं बताया. और साथ हीं इस बात का भी जिक्र किया कि बीजेपी की जब एक सभा में उन्हें स्टार प्रचारक बनाया गया था, तो उन्होंने अपनी मां के द्वारा लिखी स्पीच बोली थी. और उसके बाद हीं वो स्टार प्रचारक बन गई थीं.
हेमा मालिनी का कहना है कि “मुझे राजनीति में लाने का श्रेय अभिनेता विनोद खन्ना को मिलता है. उन दिनों गुरुदासपुर से वो सांसद थे. और साल 1999 में लोकसभा चुनाव दूसरी बार लड़ रहे थे.” इसी दौरान विनोद खन्ना ने हेमा मालिनी को प्रचार के लिए बुलाया था.
हेमा मालिनी ने बताया कि उन दिनों बीजेपी के अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने हीं उनसे विनोद खन्ना के लिए प्रचार करने को बोला. ‘मेरी मां ने जब लालकृष्ण आडवाणी के बारे में जाना तो उन्होंने मुझे इस बात की आज्ञा दी कि मैं प्रचार करूं. और मेरी मां ने मुझे स्पीच लिखकर दिया. और जब मैं सभा में लोगों की भीड़ के सामने पहुंची तो वहां लोगों का हुजूम था. इसी बात से खुश होकर लालकृष्ण आडवाणी ने मुझे बिहार में भी प्रचार करने को कहा.”
उसके बाद हेमा मालिनी अक्सर प्रचार-प्रसार के लिए हर जगह जाने लगीं. और साल 2003 में राज्यसभा सदस्य बन गईं.
हेमा मालिनी ने बताया कि “मैं हमेशा प्रचार में जाती थी. और अपने भाषणों के दौरान अटल बिहारी वाजपेयी की बातें करती थी. लेकिन आजतक मेरी उनसे कभी मुलाकात नहीं हुई. फिर मैंने पदाधिकारियों से बात कर उनसे मिलवाने के लिए कहा. इसके बाद वे मुझे अटल बिहारी वाजपेयी से मिलने ले गए. लेकिन मुझे इस बात का एहसास हो रहा था कि अटल बिहारी वाजपेयी जी मुझसे बात करने में थोड़ी हिचकिचाहट महसूस कर रहे थे. इसलिए मैंने वहां एक महिला से सवाल किया कि आखिर ऐसी क्या बात है, कि वाजपेयी जी मुझसे अच्छे से बात नहीं कर रहे हैं. तब इस महिला ने कहा कि दरअसल अटल बिहारी वाजपेयी आपके फैन रहे हैं. जब आपकी फिल्म सीता और गीता 1972 में आई थी, तो उन्होंने उस फिल्म को एक दो बार नहीं बल्कि 25 बार देखी है. और आज आप उनके सामने हैं. इसलिए उन्हें थोड़ी सी हिचकिचाहट हो रही है.”
इसके बाद हेमा मालिनी को जहां भी बीजेपी की तरफ से प्रचार के लिए बोला जाता वहां वो निश्चित रुप से पहुंचती थींं. वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए गुजरात में तो वहीं डॉ रमन सिंह के प्रचार के लिए छत्तीसगढ़ भी गईं. और हर जगह BJP को परिणाम काफी अच्छे मिले, सिवाय बिहार के. जिसका अफसोस हेमा मालिनी को अब भी है.
खैर जो भी हो हेमा मालिनी इस बात से संतुष्ट हैं कि BJP कार्यकर्ता अच्छी तरह से अपने काम कर रहे हैं. और यही कारण है कि बीजेपी को जीत हासिल हो रही है.