ENG | HINDI

70 साल है उम्र और 22 साल की लड़की से हुआ है प्यार – शादी के लिए मदद चाहिए

marriage

मोहब्बत की कोई उम्र नहीं होती है.

मोहब्बत करने वाला क्या बच्चा, क्या जवान और क्या बूढ़ा जनाब. अब आपको यह बात शायद अजीब लग रही होगी या आप समझ ही नहीं पा रहे होंगे कि हम बोलना क्या चाहते हैं.

तो सुनिए एक प्रेम कहानी को इसमें एक दिल 70 साल का है तो दूसरा दिल 22 साल का जवान है. तभी तो एक शायर ने कहा है कि “देखो मोहब्बत के रंग अलग-अलग, वो 22 साल का दिल, गिरती हुई दीवार के सहारे खड़ा है.”

क्या है पूरी कहानी?
यह बात भारत के दिल मध्य प्रदेश की है. मध्य प्रदेश के हरदा जिले के रहने वाले राजाराम जी. इनकी उम्र कुछ 70 साल है. इस उम्र में राजाराम जी को मोहब्बत हो गयी है. लड़की की उम्र कुछ 22 साल के आसपास है. इसका मतलब साफ़ है खुद से कुछ 48 साल छोटी लड़की से यह शादी करना चाहते हैं.

तो भई जब मिया-बीवी राजी तो क्या करेगा, काजी. यहाँ तक तो किसी को कोई परेशानी नहीं है. लेकिन मुश्किल तब सामने आ गयी, जब राजाराम जी की आर्थिक स्थिति इनको धोखा दे देती है. अब इनके पास इतना भी पैसा नहीं है कि वह शादी कर लें. गाँव वाले तो मदद को तैयार नहीं है वह तो पहले ही इस शादी को मजाक के तौर पर ले रहे हैं.

तब ऐसे में राजाराम जी के पास कोई रास्ता नहीं बचा था. लेकिन इनका प्यार सच्चा है और वह अपनी प्रेमिका को धोखा नहीं देना चाहते हैं. तब यह अंत में मदद के लिए कलेक्टर के सामने हाजिर हो जाते हैं. और यहाँ शादी के लिए मदद की गुहार करते हैं.

कलेक्टर के सामने आई जब यह प्रेम कहानी:-
अपर कलेक्टर गणेश शंकर मिश्रा जनसुनवाई कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें हरदा के दूध डेयरी इलाके में रहने वाले राजाराम (70) ने सरकारी मदद के लिए आवेदन दिया. जब उन्होंने सरकारी मदद का कारण देखा तो वो भी हैरान रह गए. बुजुर्ग राजाराम की पत्नी का दस साल पहले बीमारी से देहांत हो चुका है. अब उन्हें 22 वर्षीय एक युवती से प्रेम हो गया है. युवती भी उनसे प्रेम करती है.

दोनों शादी करना चाहते हैं, लेकिन उनके पास रुपए नहीं होने से वे ऐसा नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए राजाराम चाहता है कि शासन की किसी योजना के तहत शादी के लिए उन्हें आर्थिक मदद दी जाए.

मिश्रा ने राजाराम का आवेदन मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि राजाराम ने शादी करने के लिए आर्थिक सहायता मांगी है. आवेदन का परिक्षण कर उचित कार्रवाई की जाएगी.

अब इस बात को आप चाहे मजाक में लें लेकिन इस कहानी से राजाराम जी ने अपने सच्चे प्यार की मिसाल कायम की है.

हम तो यहाँ यही दुआ करते हैं कि राजाराम जी को उनकी मोहब्बत मिल जाये और यह प्रेम कहानी पूरी हो जाये.