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सोशल मीडिया पर वायरल हुईं उसकी पीरियड्स वाले पायजामे की तस्वीरें

anushka dasgupta

कलकत्ता की रहने वाली अनुष्का दास गुप्ता ने अपने पीरियड्स वाली तस्वीरें मात्र इसलिए नहीं शेयर की है ताकि इसको पहचान मिले या वह फेमस हो जाये. बल्कि यह एक तमाचा है हमारे समाज पर, हमारी सोच पर.

यह समाज एक महिला या लड़की के उस वक़्त के दर्द को नहीं महसूस कर पा रहा है जो वह हर महीने सहन करती है.

जब एक रात अनुष्का अपने घर को लौट रही थी तभी अचानक उसको मासिक या कहें पीरियड्स शुरू हो गये. इस समस्या से उसके पायजामे पर खून नजर आने लगा. यह देख कई महिलाओं ने अनुष्का को टी शर्ट खींचकर का धब्बा ढंकने को बोला. तो वहीँ कई मर्द घूरते रहे,  कुछ लड़कों ने ताने तक कसे. फिर क्या अनुष्का घर पहुंची और उसने अपने पायजामे की तस्वीर शेयर कर दी.

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अनुष्का दासगुप्ता ने साथ ही साथ फेसबुक लिखा कि “रात के 8 बज रहे थे. मैं मेट्रो स्टेशन के बाहर खड़ी थी. अचानक मेरे पीरियड शुरू हो गये थे. मेरे पैंट के आगे जिपर पर लाल धब्बा था और पीछे लाल निशान काफी साफ़ नजर आ रहा था. तभी कुछ महिलाओं ने मुझे टी-शर्ट नीचे खींचकर उसे ढकने को बोला और एक महिला ने मुझे सैनेटरी नेपकिन भी दिया. मुझे उस वक़्त मर्द लोग घूर रहे थे. मुझे दर्द हो रहा था लेकिन पुरूष मुझे घूर रहे थे. लेकिन रास्ते में खेलते बच्चों ने इस और ध्यान नहीं दिया. मैं बिल्कुल शर्मिंदा नहीं हूँ. यह पोस्ट उन महिलाओं के लिए हैं जिन्होनें मुझे मदद की पेशकश के लिए कदम आगे बढ़ाया. मुझे यह स्थिति हर 28 से 35 दिनों बाद फेस करनी पड़ती है. तब मैं मुड़ी हो जाती हूँ.”

अनुष्का जी की यह पोस्ट समाज के मूंह पर एक तमाचा ही है कि हम खुद को विकसित तो बोलने लगे हैं लेकिन हमारी सोच आज भी छोटी ही है. यह परिस्थितियां तो किसी भी महिला के साथ हो सकती हैं लेकिन हमारे समाज को सोचना चाहिए तब हमें कैसा व्यवहार करना चाहिए. खासकर हमारे पुरूष वर्ग को अपनी जिम्मेदारी निश्चित जरूर करनी चाहिए.

किसी को घुरना या गलत कमेंट्स करना एक नैतिक पाप भी है. लेकिन जब कोई लड़की इस स्थिति में हो तब तो वह और ज्यादा आदर की हकदार है.

महिला सम्मान को जल्द से जल्द पुरुषों को दिमाग और दिल में जगह देने का वक़्त अब शायद आ चुका है.