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मायावती का ये भाई करता था नसीमुद्दीन सिद्दीकी को टार्चर !

बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी

बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी इस कदर डरे हुए थे कि वे मायावती के बार बार बुलाने पर भी उनसे मिलने नहीं जाते थे.

नसीमुद्दीन सिद्दीकी के डर का आलम ये था कि जब भी मायावती का उनके पास फोन आता था तो वे उनसे बात करने से भी बचते लगे थे. एक दिन मायावती ने जब उनको मिलने के लिए अपने आवास पर बुलाया तो वे लखनऊ में होने के बावजूद उनसे मिलने नहीं गए.

और फोन पर ही कह दिया बहन जी मुझे आप से मिलने में बहुत डर लगता है. क्योंकि आनंद भैया ने सतीश मिश्रा के साथ मिलकर उनका बहुत टार्चर किया है. इस टार्चर को सहने के बाद उनमें इतनी हिम्मत नहीं बची कि वे आप से मिलने भी आ सके.

गौरतलब हो कि आनंद बसपा सुप्रीमों मायावती के छोटे भाई हैं, जिन्हें हाल ही में मायावती ने पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया है. आनंद ने उपाध्यक्ष बनने के बाद से पार्टी के कामकाज पर नजर रखना शुरू किया तो उसकी सबसे पहली नजर नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर पड़ी.

उन्होंने देखा कि बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी पार्टी में अपने रूतबे का इस्तेमाल कर कई ऐसे काम कर रहे हैं जिससे पार्टी को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है. बताया जाता है जैसे ही उनकी नजर नसीमुद्दीन सिद्दीकी के कारनामों पर पड़ी तो उन्होंने इसकी सूचना मायावती को दी.

मायावती ने आनंद और सतीश चंद्र मिश्रा को जिम्मेंदारी दी कि वे बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी से बात कर पश्चिमी यूपी में पार्टी फंड में हुई बड़ी गड़बड़ी का हिसाब किताब उनसे मांगकर पार्टी कार्यालय में जमा कराए.

इसको लेकर जब आनंद और सतीश चंद्र मिश्रा ने बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी से बात की तो उन्होंने बहाने बाजी शुरू कर दी.

बार बार मांग करने पर भी बसपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने उन दोनों को कोई हिसाब नहीं दिया. इसको लेकर उन्होंने नसीमुद्दीन सिद्दीकी पर जब ज्यादा दवाब बनाया तो वो परेशान हो गए.

वहीं ये खबर जब मायावती तक पहुंची तो उन्होंने सीधे नसीमुद्दीन सिद्दीकी से बात की. लेकिन नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती को भी बातों ही बातों में घूमाना शुरू कर दिया.

नसीमुद्दीन सिद्दीकी के मनसूबे भांपकर मायावती ने उन्हें अपने घर आने का बुलावा भेजा. वे नहीं आए. इस पर मायावती ने उनसे फोन पर बात की ओर पार्टी फंड का हिसाब पार्टी कार्यालय में जमा करने को कहा.

इस पर नसीमुद्दीन सिद्दीकी बार बार यहीं आश्वासन देते रहे कि बहन जी मैं आ रहा हूं. बस कुछ लोगों का इंतजार कर रहा हूँ.

जैसे ही वे लोग आते हैं मै तुरंत आता हूं. इस पर मायावती ने कहा कि उनको छोड़ों पहले तुम आकर मुझसे मिलों. इस पर नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि बहन जी आनंद भैया और सतीश मिश्रा ने इतना टार्चर किया है कि वे बहुत डर गए हैं. वे अब आप से यानी मायावती से मिलने से भी डर रहे हैं.

मायावती और नसीमुद्दीन की ये सब बातें उस फोन रिकार्ड में मौजूद है जो अभी हाल में ही लीक हुए हैं.