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हनुमान जी का एक ऐसा मंदिर जहाँ से गुजरने वाली ट्रेन भी अचानक हो जाती है धीमी

श्री सिद्ववीर खेड़ापति हनुमान मंदिर

श्री सिद्ववीर खेड़ापति हनुमान मंदिर -भगवान में आपकी आस्था हो या न हो, इससे भगवान में बाकी लोगों की आस्था कम नहीं हो जाती.

आप भगवान को मानें या न मानें लेकिन ईश्वर अपने चमत्कार करता रहता है. सारी सृष्टि उसी के अनुरूप चलती है. खुद आप भी उसी के इशारों पर नाचते हैं. भगवान् में आपकी श्रद्धा इस खबर के बाद बढ़ जाएगी. असल में एक ऐसा हनुमान मंदिर है जहाँ आते ही हर किसी की रफ़्तार धीमी पड़ जाती है.

आलम ये है कि यहाँ से गुजरने वाली ट्रेन भी धीमी पड़ जाती है. ट्रेन की रफ़्तार अपने आप कम हो जाती है. ये देखकर लोग हैरान होता है. आप भी दर्शन कर आइए चमत्कारी हनुमान के.

यह मंदिर बड़ा ही चमत्कारी है. यहाँ पर आने से कई तरह के लाभ होते हैं. आपको सुनकर हैरानी होगी. यहाँ की खबर हर दिन अखबारों की सुर्खियाँ बनी रहती हैं. भगवान हनुमान का मंदिर है और यह मध्यप्रदेश के शाजापुर जिले के बोलाई गांव में है. इस मंदिर का नाम श्री सिद्ववीर खेड़ापति हनुमान मंदिर है. लोग कहते हैं कि ये मंदिर ६०० साल पुराना है. जी हाँ बहुत ही प्राचीन है ये मंदिर.

श्री सिद्ववीर खेड़ापति हनुमान मंदिर –

श्री सिद्ववीर खेड़ापति हनुमान मंदिर में लोग दूर दूर से आते हैं.

यहाँ की मान्यता है कि अगर आप कुछ दिल से मांग लें तो वो ज़रूर पूरी होती है. मंदिर में आने वाले भक्तों की आस्था मंदिर के प्रति बहुत मजबूत है। इसका कारण है यहां का चमत्कारिक वातावरण। लोगों की मान्यता है कि यहां भगवान हनुमान लोगों को उनका भविष्य बताते हैं जिसके कारण लोग आने वाले संकटों से बच जाते हैं.

लोग अपना भविष्य जानने के लिए यहाँ आते हैं. सिर्फ मध्य प्रदेश से ही नहीं बल्कि पुरे देश से लोग यहाँ आते हैं.

मध्य प्रदेश का श्री सिद्ववीर खेड़ापति हनुमान मंदिर के आसपास के स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मंदिर में आने वाले भक्तों को उनके आने वाले भविष्य का आभास हो जाता है और वे आने वाले समय की परेशानियों से बच जाते हैं.

आपको जानकर हैरानी होगी कि इस मंदिर के पास से गुजरने वाली रेल जैसे ही इस मंदिर के पास से गुजरती है वैसे ही उसकी रफ़्तार अचानक कम हो जाती है. लोगों का मानना है कि यह भगवान महावीर का ही एक चमत्कार है.

ऐसा आजतक कहीं भी नहीं हुआ है. जो यहाँ होता है. मंदिर के पास आते ही ट्रेन की रफ़्तार का कम होना सच में किसी चमत्कार से कम नहीं है.

यहां ट्रेन की रफ़्तार इसलिए कम हो जाती है, क्योंकि इसके पीछे बड़ी कहानी है.

इस मंदिर के पुजारी का कहना है कि यहां पर कुछ वर्ष पहले 2 मालगाड़ियों की आपस में टक्कर हो गई थी. जब मालगाड़ियों के लोको दोनों  मोटर मैन से इस बारे में पूछा गया तो दोनो ने यह बताया कि टक्कर से पहले ही उनको इस घटना का अचानक से आभास हो गया था और ऐसा लगा था जैसे कोई मालगाड़ी की गति कम करने के लिए कह रहा हो.

इसके बाद उन्होंने अपनी मालगाड़ी की गति कम कर ली थी जिसकी वजह से हादसे में ज्यादा नुकसान नही हुआ था और दोनो लोगो पायलट की जान भी बच गई थी.” ये कहानी भले ही आपको बनावटी लगे, लेकिन है सच. तब से लेकर आजतक यहाँ आते ही ट्रेन की रफ़्तार कम हो जाती है.

श्री सिद्ववीर खेड़ापति हनुमान मंदिर – सच में ईश्वर के आगे किसी की नहीं चलती और जिसकी गाड़ी न चलती हो वो अगर ईश्वर की शरण में चला जाए तो जिंदगी संवर जाए.