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गोवा के बीच पर शराब पीने पर बैन, पढ़ लो काम की है खबर

गोवा के बीच पर शराब बैन

गोवा के बीच पर शराब बैन – गोवा यानी ढेर सारी मौज-मस्ती। जिन दोस्तों का ग्रुप गोवा नहीं गया, उनकी दोस्ती पक्की हो ही नहीं सकती। गोवा में बीच पर कई एक्टिविटीज़ करने में तो आनंद आता ही है। लेकिन गोवा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां शराब अन्य राज्यों की तुलना में सस्ती मिलती है।

पर्यटक इसे खासा पसंद करते हैं और शराब पीकर गोवा के बीचेस पर घूमते रहते हैं।

मगर लगता है कि राज्य सरकार को पर्यटकों का यह अंदाज बिल्कुल पसंद नहीं आ रहा है। अगस्त महीने से बीचेस व अन्य पब्लिक प्लेसेस पर ड्रिंक नहीं की जा सकेगी। राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने हाल ही में इसकी घोषणा की है।

आप विस्तार से पढ़ लीजिए गोवा के बीच पर शराब बैन की पूरी बात –

गोवा के बीच पर शराब बैन –

15 अगस्त से बैन

गोवा के बीच पर शराब बैन

15 अगस्त को ड्राई डे मनाने के बाद गोवा में 16 अगस्त से किसी भी पब्लिक प्लेस पर शराब पीने पर बैन लग जाएगा। वही, जो इस नियम का उल्लंघन करेगा, उसे भारी जुर्माना भरना पड़ेगा।

गोवा के बीच पर शराब बैन

राज्य के मुख्यमंत्री पर्रिकर के अनुसार, “नागरिकों की कुछ नैतिक जिम्मेदारी होती है। पणजी में नदी के पास बने फुटपाथ का इस्तेमाल लोग बियर पीने के लिए करते हैं। अगले महीने से पब्लिक प्लेस पर शराब पीने पर भारी जुर्माना लगेगा। हम 15 अगस्त से इस फैसले को अमल में लाएंगे।  मुझे लगता है कि किसी संभावित खतरे को रोकने का यही एक तरीका है।”

कूड़ा फैलाने से भी तौबा

गोवा के बीच पर शराब बैन

पर्यटक अक्सर धमाचौकड़ी के चक्कर में साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देते हैं। मगर अब राज्य में कचरा फैलाने पर फाइन लिया जाएगा। इस फाइन की राशि भी कम नहीं होगी। साथ ही राज्य में प्लास्टिक के इस्तेमाल पर बैन तो पहले से ही लगा हुआ है। मगर अब जुर्माने की राशि को ₹100 से बढ़ाकर ₹2500 कर दिया गया है।

भक्तों से भी नाराजगी

गोवा के बीच पर शराब बैन

मौके पर मुख्यमंत्री पर्रिकर ने मंडोवी नदी में प्लास्टिक में फूलों को लपेटकर फेंकने वालों से शिकायत होने की बात भी कही । लोगों की इस हरकत की वजह से हर रोज पुराने ब्रिज की सफाई करनी पड़ती है।

गोवा के बीच पर शराब बैन

मुख्यमंत्री का कहना है, “मैं हर रोज देखता हूं कि नदी में फूल फेंके गए हैं। भक्तों को लगता है कि वे  पानी में फूलों को फेंककर कोई महान धार्मिक कार्य कर रहे हैं। फूलों को पानी में फेंका जा सकता है, लेकिन प्लास्टिक बैग में नहीं। उनमें भी आधे फूल तो ब्रिज के फूटपाथ पर पड़े हुए होते हैं।

सज्जनों का स्वागत है

गोवा के बीच पर शराब बैन

इसी बीच गोवा के पर्यटन मंत्री मनोहर अजगावांकर भी बयान जारी कर चुके हैं कि, “अनुशासित पर्यटक, जो गोवा की संस्कृति, प्रकृति व आत्मा को बचाना चाहते हैं, उन्हीं का गोवा में स्वागत है। हमारी पर्यटकों व लोगों से विनती है कि वो महिलाओं के साथ बुरा बर्ताव ना करें। ”

गोवा के बीच पर शराब बैन – गोवा सरकार के हिसाब से वो अपने राज्य की सलामती व इज्जत को बचाने के लिए यह कदम उठा रहे हैं। पर्यटकों को यह फैसला कितना पसंद आएगा और इस फैसले पर किस हद तक अमल हो पाएगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा।