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इस पाकिस्तानी वेश्या के घर के बाहर लगती थी अफसरों की लाइनें

अकलीम अख्‍तर

अकलीम अख्‍तर – पाकिस्‍तान में एक ऐसा भी दौर आया था जब भ्रष्‍टाचार अपने चरम पर पहुंच चुका था।

उस समय सरकार का तख्‍तापलट हो चुका था और सेना ने शासन की बागडोर संभाल रखी थी।

इस दौर में एक महिला का नाम खूब सुर्खियां बटोर रहा था। जनरल रानी के उपनाम से मशहूर हुई अकलीम अख्‍तर उस समय पाकिस्‍तान की सबसे ताकतवर महिला बन गईं थी। वो एक वेश्‍यालय की मालकिन थी और फौजी जनरल तानाशाह याहया खान की बेहद करीबी दोस्‍त भी थी। उसे जनरल याहया खान की रखैल समझा जाता था। अकलीम अख्‍तर उस दौर में पूर्व प्रधानमंत्री जुल्‍फिकार अली भुट्टो और मुस्‍तफा खार के लिए लड़कियों की डांस पार्टी का इंतजाम किया करती थी ।

वह सेना और नेताओं को लड़कियों की सप्‍लाई भी किया करती थी।

पति से तलाक के बाद अकलीम अख्‍तर ने पॉवरफुल लोगों से रिश्‍ते बनाने शुरु कर दिए और इसी दौरान उसकी मुलाकात याहया खान से हुई और दोनों के बीच का रिश्‍ता बहुत गहरा होग गया।

याहया खान ने पाकिस्‍तानी सरकार का तख्‍तापलट कर दिया और देश में मार्शल लॉ (1969-1971) लगा दिया। इसी दौर में जनरल रानी पाकिस्‍तान की सबसे ताकतवर महिला बन गई। अब वो पाकिस्‍तान के सरकारी कामकाज में भी दखल देने लगी थी। अकलीम का कहना था कि याहया की सबसे बड़ी कमज़ोरी शराब, लड़कियां और वो खुद थी।

जनरल रानी ने पूर्व प्रधानमंत्री जुल्‍फिकार अली भुट्टो और मुस्‍तफा खार के बारे में कई खुलासे किए थे। उनका कहना था कि दोनों नेता याहया खान से उनकी मुलाकात करवाने के लिए उनसे भीख मांगते थे।

1971 में चुनाव के बाद भुट्टो सत्ता में आए और उन्‍होंने जनरल रानी को उनके ही घर में नज़रबंद कर दिया।

उनके सारे फोन कनेक्‍शन काट दिए गए। 1977 में जिया उल हक के तख्‍ता पलटने के बाद उन्‍हें आजाद कराया गया लेकिन तब तक वो अपना पहले वाला रुतबा खो चुकीं थीं। 2002 में 70 साल की उम्र में ब्रेस्‍ट कैंसर की वजह से लाहौर में उनकी मौत हो गई।