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क्यों अक्सर बॉलीवुड की हीरोइनें नहीं चाहती कि उनकी बेटियाँ इस इन्डस्ट्री में आये ?

हेरोइनें नहीं चाहती उनकी बेटियाँ फिल्मों में काम करे

हेरोइनें नहीं चाहती उनकी बेटियाँ फिल्मों में काम करे – अक्सर आप चाहते हैं कि जिस बिज़नेस में आप हों, उसी में आपके बच्चे हों ताकि व्यवसाय आगे बढ़ सके. कोई और उसमें हिस्सेदारी न ले.

इससे कई फायदे होते हैं. अमूमन ऐसा हर फील्ड में होता है. लेकिन एक फील्ड ऐसी भी है जहाँ के लोग नहीं चाहते कि उनके घर के लोग इसमें आयें.

खासतौर पर लड़कियों के मामले में नहीं चाहते.

बॉलीवुड एक जगह है जहाँ हर कोई स्टार बनना चाहता है, लेकिन उस स्टारडम के पीछे शायद कोई ऐसा सच है जिसे जानने के बाद बॉलीवुड हेरोइनें नहीं चाहती उनकी बेटियाँ फिल्मों में काम करे.

हाल ही में श्रीदेवी से जब पूछा गया कि वो अपनी बेटी को कब लॉन्च करेंगी तो इस बात पर श्रीदेवी का चेहरा उतर गया. श्रीदेवी ने कहा कि वो नहीं चाहतीं कि उनकी बेटियां फिल्म इंडस्ट्री में आयें. उन्हें ख़ुशी होगी अगर जान्हवी शादी करके घर बसा ले.

श्रीदेवी के इस बयान ने सबको चौंका दिया. था ही ऐसा.

जान्हवी कोई ऐसी लड़की नहीं हैं, जिन्हें पब्लिक नहीं जानती. इसके विपरीत वो आज हज़ारों दिलों की धड़कन बन चुकी हैं. लोग उन्हें चाहने लगे हैं और उनके फैन्स उनकी फिल्म का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं.

जानकारों की मानें तो श्रीदेवी के मन में कहीं न कहीं ये डर है कि उनकी बेटी के साथ भी वो सब हो सकता है, जिसके लिए फिल्म इंडस्ट्री मशहूर है. यानी यहाँ पर बड़े-बड़े निर्देशकों के साथ लड़कियों को कोम्प्रोमाईज़ करना पड़ता है. अगर इस रेस में वो शामिल नहीं होती हैं तो उन्हें कोई फिल्म नहीं मिलती.

ये केवल आज नहीं है. इससे पहले भी कपूर खानदान की बेटियों यानी करीना और करिश्मा के काम को लेकर परिवार में दरार पड़ गई थी.

राजकपूर कभी नहीं चाहते थे कि उनके घर की लड़कियां इसमें आएं, लेकिन होनी को कौन टाल सकता है. इन दोनों की माँ बबिता इन दोनों को अलग लेकर रहने लगीं और बाद में करिश्मा और करीना हीरोइन बनीं.

हेरोइनें भले की कितनी बड़ी और स्टार क्यों न हों, लेकिन माँ बनने के बाद उनके दिल में अपने बच्चों के लिए एक सुरक्षा की भावना आ जाती है और वो हेरोइनें नहीं चाहती उनकी बेटियाँ फिल्मों में काम करे – शायद यही भावना उन्हें इसके लिए रोकती है.