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आईआईटी स्टुडेंट्स ने बनाया बिना बिजली के चलने वाला एसी !

बिना बिजली के चलने वाला एसी

बिना बिजली के चलने वाला एसी – कंक्रीट के जंगल सरीखे हमारे शहरों में गर्मी के दिनों में कई लोगों को बिना एसी के जिंदगी की कल्पना करने में भी डर लग सकता है.

पर एसी इस्तेमाल करने पर जो बिजली बिल आता है वह एसी कमरे में भी हमारे पसीने छुड़ा देने के लिए काफी होता है.

खैर गर्मी से खुद को एसी की सहायता से बचा रहे लोगों में से कम ही ऐसे लोग होते हैं जो ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन जैसे नीरस विषयों पर चिंतन कर अपना दिमाग गरम करते हैं. पर इस विषय को नजरअंदाज कर देने से यह सच्चाई नहीं बदल जाती की एसी में इस्तेमाल होने वाले सीएफसी गैसेज ग्लोबल वार्मिग का एक प्रमुख कारण हैं.

आम लोग इस बारे में भले ही ना सोचे पर कुछ आईआईटी के विद्यार्थियों ने इस समस्या को काफी गंभीरता से लिया और इसका समाधान भी खोज निकाला.

बिना बिजली के चलने वाला एसी –

आईआईटी के विद्यार्थियों की खोज

आईआईटी खड़गपुर के दो विद्यार्थियों ने एक ऐसा संयत्र बनाया है जो भविष्य में एसी का विकल्प बन सकता है. इस बिना बिजली के चलने वाला एसी को ‘पैसिव सोलर वाटर वॉल’ नाम दिया गया है. यह बिना बिजली के चलने वाला एसी पूरी तरह से इको फ्रेंडली होगा और इसके इस्तेमाल से एसी पर आने वाले 50 फीसदी बिजली के बिल में कमी आ सकती है. इस खोज को शेल आइडियाज 360 ऑडियंस चॉइस अवार्ड्स में टॉप 5 में शामिल किया गया है.

इस कुलिंग सिस्टम को विकसित करने वाले स्टुडेंट्स का नाम शहश्रंसु मौर्य और सोमरुप चक्रवर्ती है.

कैसे काम करता है

पैसिव सोलर वाटर वॉल एक आयतकार वाटर टैंक है जिसे दीवार के अंदर फिट किया जाता है. इसके सतह के क्षेत्रफल को काफी अधिक रखा गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा हवा टैंक तक पहुंचकर इसे ठंडा कर सके. कमरे के अंद फिट यह टैंक कमरे के तापमान को नियंत्रित रख सकेगा. बिजली चले जाने पर भी आपका कमरा देर तक ठंडा रहेगा. यह अंदर की गरम हवा को बाहर नहीं फेंकता और यह पूरी तरह से इको फ्रेंडली है.

ये है बिना बिजली के चलने वाला एसी !